सिखों ने डिग्याना में हाईवे पर किया प्रदर्शन
राज्य ब्यूरो, जम्मू : स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश में पंजाबी भाषा को शामिल न करने के मुद्दे पर सिख सं
राज्य ब्यूरो, जम्मू : स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश में पंजाबी भाषा को शामिल न करने के मुद्दे पर सिख संगठनों का आंदोलन जारी है। रविवार सुबह जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुद्वारा डिग्याना आश्रम के बाहर सिख संगठनों के प्रतिनिधियों व अन्य लोगों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया।
प्रदर्शन के कारण कुछ समय के लिए ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित हो गई। सड़क पर टायरों को आग लगाई गई। समुदाय ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कहा कि पंजाबी को नजरअंदाज किया जा रहा है। शिरोमणि अकाली दल, सिख युनाइटेड फ्रंट, भाई कन्हैया निष्काम सेवा सोसायटी, ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन, सिख वेलफेयर सोसायटी, सिख नौजवान सभा, जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जम्मू के प्रतिनिधि प्रदर्शन में शामिल हुए। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान दयाल सिंह वजीर ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग ने डोगरी, कश्मीरी व बौद्धी भाषा को नौवीं कक्षा से पढ़ाने का आदेश जारी किया है। इसमें पंजाबी का जिक्र नहीं है। पंजाबी भाषा बोलने व पढ़ने वाले लोगों की संख्या काफी अधिक है। अगर इतिहास पर नजर डाली जाए तो पता चलता है कि देश के लिए सिख समुदाय ने बहुत सारी कुर्बानियां दी है। पिछले काफी समय से सिख समुदाय पंजाबी भाषा को पढ़ाने की मांग कर रहा था, लेकिन जब आदेश निकालने की बारी आई तो पंजाबी को बाहर कर दिया गया। सरकार शीघ्र ही आदेश में संशोधन करके पंजाबी भाषा को शामिल करे अन्यथा आंदोलन को तेज कर दिया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों में सुरेंद्र सिंह काला, रमणीक सिंह बिजराल, दरबिंद्र सिंह, राजा सिंह, फतेह सिंह, महेंद्र सिंह, परमजीत सिंह, गजन सिंह, इंद्रपाल सिंह, कुलवंत सिंह, हरप्रीत सिंह, सुरजीत सिंह, कुलदीप सिंह, तेजपाल सिंह, चरणवीर सिंह, रविंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, मनमोहन सिंह व अन्य प्रतिनिधि शामिल हुए।