चमलियाल मेले संबंधी पांच समाचार
सरहद पर नहीं गूंजी 'हम हैं सीमा सुरक्षा बल' की धुन संवाद सहयागी, रामगढ़ : बाबा चमलियाल वार्षिक
सरहद पर नहीं गूंजी 'हम
हैं सीमा सुरक्षा बल' की धुन
संवाद सहयागी, रामगढ़ : बाबा चमलियाल वार्षिक मेले में पाक से आए विशेष दल के स्वागत के लिए सीमा सुरक्षा बल के ब्रास बैंड द्वारा विशेष धुन 'हम हैं सीमा सुरक्षा बल' को नहीं दोहराया गया। पाक विशेष दल के स्वागत में ब्रास बैंड टीम ने अन्य धुनें पेश करके सरहद की रौनक को चार चाद लगाए। वर्ष 2007 के दौरान जब भारतीय सीमा सुरक्षा बल ब्रास-बैंड टीम द्वारा हम हैं सीमा सुरक्षा बल की धुन गाई गई, तो पाक की तरफ से आए अधिकारियों ने मेले के कुछ दिन बाद इस धुन पर अपना एतराज प्रकट किया था। उसके बाद से लेकर वर्ष 2015 तक इस धुन को मेले के आयोजन के मौके पर नहीं दोहराया गया। गत वर्ष 2016 में वार्षिक मेले में एक बार फिर से इस धुन को सरहद पर दोहराया गया था, लेकिन इस धुन को इस बार नहीं बजाया गया।
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शरबत-शक्कर के साथ
मिठाई आदान-प्रदान
हर साल की तरह इस बार भी बाबा चमलियाल वार्षिक मेले में दोनों देशों के बीच शरबत-शक्कर तथा मीठाई का आदान-प्रदान हुआ। भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने पाक रेंज अधिकारियों को एक ट्राली शक्कर तथा एक टंकी शरबत भेंट कर चमलियाल मेले के अदान-प्रदान की परंपरा को कायम रखा। पाक मीडिया कर्मियों ने भी मेले में शिरकत कर सुनहरे यादगार पलों को अपने कैमरों में कैद किया। भारतीय मीडिया कर्मी दूर से ही मेले की विशेष वार्ता के दर्शक बने रहे।
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पाक जिंदाबाद के नारे लगाए
पाक दल का नेतृत्व कर रहे अधिकारी, विंग कमाडिंग तथा प्रशासनिक अधिकारी वापस लौट रहे थे तो उनके पीछे-पीछे चल रहे पाक मीडिया कर्मियों ने अपने हाथ उठाकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। अपने क्षेत्राधिकार में नारे लगा रहे पाक मीडिया कर्मियों का जुनून व जज्बात सिर चढ़कर बोल रहा था।
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लाखों श्रद्धालुओं ने की शिरकत
चमलियाल वार्षिक मेले से पूर्व हुई मूसलधार बारिश का भी श्रद्धालुओं की आस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। मेले में देश के कौने-कौने से लाखों श्रद्धालुओं ने बाबा की मजार पर हाजिरी देकर अमन शाति के लिए दुआ मागी। गाड़ियों की पार्किंग तथा श्रद्धालुओं के बैठने की जगह की कमी थी, जिससे बाबा के अकीदतमंदो ने मीलों पैदल सफर तय कर अपनी श्रद्धा का सुबूत दिया। दरगाह से लेकर मुख्य प्रवेशद्वार तक करीब एक किलोमीटर तक सड़क पुरी तरह से श्रद्धालुओं से भरी रही। श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे।
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श्रद्धालुओं की सेवा में
लगाए लंगर व छबीलें
बाबा चमलियाल वार्षिक मेले में दरगाह प्रबंधक कमेटी पंचायत दग-छन्नी, समाजसेवी संगठनों, व्यापार मंडल रामगढ़, नंदपुर, स्वांखा, विजयपुर, अबताल पंचायत सहित अन्य की तरफ से जगह-जगह लंगर व छबीलें लगाकर श्रद्धालुओं की सेवा का पुण्य कमाया गया।