नशा मुक्ति केन्द्र खोलने में जम्मू से हुआ भेदभाव
जागरण संवाददाता, जम्मू : समाज सेवी संगठन टीम जम्मू के चेयरमैन जोरावर सिंह जम्वाल का कहना है कि संभाग
जागरण संवाददाता, जम्मू : समाज सेवी संगठन टीम जम्मू के चेयरमैन जोरावर सिंह जम्वाल का कहना है कि संभाग में नशा मुक्ति केन्द्र (ड्रग डी-एडिक्शन) खोलने में राज्य सरकार जम्मू से भेदभाव कर रही है। संभाग में आधुनिक सुविधाओं से लैस नशा मुक्ति केन्द्र न होने से कई नौजवान काल का ग्रास बन चुके हैं।
वीरवार को पत्रकार वार्ता में जम्वाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने नशा मुक्ति केन्द्र खोलने के लिए छह करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। राज्य सरकार ने इस राशि का प्रयोग कर कश्मीर में तो केन्द्र खोल दिया लेकिन जम्मू में केन्द्र स्थापित करने के लिए कोई पहल नहीं की। जोरावर ने यह स्पष्ट कहा कि कश्मीर में केन्द्र खोले जाने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जम्मू में भी नशा मुक्ति केन्द्र खोले जाने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के कुछ अधिकारी नशे के धंधे में संलिप्त तस्करों को पूरा सहयोग दे रहे हैं। राजनेताओं को आड़े हाथों लेते हुए जम्वाल ने कहा कि टीम जम्मू से इस बजट सत्र के पूर्व विपक्ष तथा सत्तारूढ़ पार्टियों के नेताओं से भेंट कर उन्हें नशे के विरुद्ध सख्त कानून बनाने के लिए ज्ञापन सौंपा था लेकिन नेताओं की ओर से इस बाबत कोई ठोस पहल नहीं की गई। वहीं, इस दौरान उन्होंने राजौरी पुलिस के उस कदम की प्रशंसा की जिसके तहत 23 मादक तस्करों को एक साथ दबोच कर जेल भेज दिया गया। नशाखोरी को आतंकवाद से भी घातक बताते हुए जोरावर सिंह ने कहा कि नशा युवा पीढ़ी को खोखला करने का काम करता है। इस मौके पर टीम जम्मू के सदस्य सुहासनी विशिष्ट, चंदन दत्ता तथा अभिशेख भट्ट मौजूद रहे।