कृषि विभाग ने फसल में पानी जमा न होने देने की दी सलाह
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : जिस तरह से बार-बार मौसम में बदलाव आ रहा है और धरती के तापमान में उतार-चढ़ाव आ
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : जिस तरह से बार-बार मौसम में बदलाव आ रहा है और धरती के तापमान में उतार-चढ़ाव आ रहा है। इससे गेहूं की फसल पर येलोरस्ट बीमारी के हावी होने की आशका बन रही है।
हालाकि, अभी तक फसल पर पड़ने वाली इस बीमारी के लक्षण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, लेकिन जिला कृषि अधिकारियों ने सीमांत किसानों को फसल के प्रति पूरी सतर्कता दिखाने की अपील की है।
कृषि विभागीय अधिकारी एईओ कुलदीप पैशन ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि मौसम के अनुकूल किसान फसल संबंधी सावधानियों का पूरा ख्याल रखें। अधिक सैलाब वाले खेतों में बारिश के पानी को जमा न होने दें। अगर कहीं पानी का जमावड़ा बन रहा हो तो उसकी निकासी का रास्ता निकाला जाए। उन्होने कहा कि जिन जगहों पर गेहूं की फसल पीली पड़ती नजर आ रही है, उन खेतों का निरीक्षण करने के लिए कृषि अधिकारियों व वैज्ञानिकों की टीमों का गठन किया जा रहा है।
जल्द ही गठित टीम अधिकारी क्षेत्र का सर्वेक्षण करके अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंप देंगे। बाकी जिस तरह से हल्की बारिश हो रही है, उससे मैदानी व शुष्क क्षेत्रों की फसल जानदार होने की उम्मीद बन रही है। कृषि अधिकारियो का मानना है कि अगर सीमात किसान अपनी तकनीक व सूझबूझ का इस्तेमाल करें, तो रबी सीजन की फसल से बेहतर पैदावार हासिल की जा सकती है। अगर कहीं पर येलोरस्ट बीमारी के लक्षण पाए गए तो फसल बचाव संबंधी जानकारी भी किसानों को दी जाएंगी।