Move to Jagran APP

कसवालिया घराने की कई पीढ़ी कर रही संगीत की सेवा

जागरण संवाददाता, जम्मू : सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी संगीत की सेवा में जुटे फंगा राम कसवालिया घराने को

By Edited By: Published: Fri, 30 Sep 2016 01:30 AM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2016 01:30 AM (IST)

जागरण संवाददाता, जम्मू : सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी संगीत की सेवा में जुटे फंगा राम कसवालिया घराने को जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी की ओर से आयोजित घराना श्रृंखला के तीसरे कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। इस घराने का प्रतिनिधित्व दरबारी लाल कसवालिया ने किया।

loksabha election banner

अभिनव थियेटर में आयोजित कार्यक्रम में कसवालिया घराने को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र व शॉल देकर सम्मानित किया गया। दरबारी लाल कसवालिया आकाशवाणी के निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वह जाने-माने गायक, तबला वादक हैं। उनका बेटा रोहित कसवालिया आकाशवाणी के ए ग्रेड कलाकार हैं। बेटी सोनिका भजन और गीत में महारत रखती है। भाई बुआ दित्ता संगीत के प्राध्यापक के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं। देशभर में कई संगीत कार्यक्रमों में कुशल हारमोनियम वादक के रूप में नामी कलाकारों के साथ संगत कर चुके हैं।

इस मौके पर रोहित ने तबले पर जबकि दरबारी लाल कसवालिया ने प्राचीन बंदिशों से उपस्थिति का मन मोह लिया। उन्होंने गुरु शिष्य परंपरा और वर्तमान में शिष्यों के रवैये पर भी टिप्पणी की।

विश्व गंधर्व और सोनिका ने भजन और डोगरी गीत सुनाए। कसवालिया के सबसे छोटे भाई के बच्चों प्रज्ञा और संचिता ने पाश्चात्य संगीत सुनाया।

इस मौके पर अंजना बड़याल ने कसवालिया घराने का परिचय पेपर के रूप में दिया। उन्होंने बताया कि यह जोगी परिवार है, 15 पीढि़यों से लोक संगीत से जुड़ा हुआ है। उन्होंने वर्तमान में कसवालिया घराने के योगदान पर भी प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि निदेशक रेडियो कश्मीर जम्मू अंजलि शर्मा ने घराना श्रृंखला के आयोजन के लिए अकादमी की सराहना करते हुए कहा कि यह संगीत की सही सेवा है। इससे राज्य के घरानों का प्रोत्साहन होगा। लोगों को इन घरानों की विस्तारपूर्वक जानकारी मिलेगी। युवाओं को काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा। उन्होंने कसवालिया घराने की सराहना करते हुए कहा कि इसी तरह के कर्मठ घरानों से संगीत परंपरा जीवित है।

स्वागत भाषण में अकादमी के अतिरिक्त सचिव डॉ. अरविंद्र सिंह अमन ने कहा कि घराने बनाने में सदियां लग जाती हैं। अकादमी का प्रयास है कि इन घरानों को लोगों तक पहुंचाया जाए। जो पीढि़यों से संगीत साधना में जुडे़ हुए हैं। मंच संचालन अंजना बड़याल ने किया।

कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। जिनमें एनडी जम्वाल, मुहम्मद असलम कुरैशी, वीके संब्याल, बलजीत रैना, विजय अत्री, रवि शर्मा व धर्मेश गरनोत्रा शामिल थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.