क्या किसी हमले के इंतजार में है नगर निगम?
जागरण संवाददाता, जम्मू : नगर निगम अधीनस्थ 71 वार्डो में करीब 45 हजार स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं। इनम
जागरण संवाददाता, जम्मू : नगर निगम अधीनस्थ 71 वार्डो में करीब 45 हजार स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं। इनमें से तीन हजार के करीब स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हुई हैं। इस कारण शाम ढलते ही कई इलाके अंधेरे में डूब जाते हैं। इससे किसी बड़े हादसे का खतरा बना हुआ है। निगम तमाशबीन बना हुआ है और लोग इनके ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं।
112 वर्ग किलोमीटर में फैले जम्मू शहर के विभिन्न मुहल्लों में स्ट्रीट लाइटों की जिम्मेदारी जम्मू नगर निगम के पास है, जबकि मुख्य सड़कों पर बिजली विभाग इनकी देखरेख करता है। मुश्किल यह है कि निगम की इलेक्ट्रिक सेक्शन शहर में स्ट्रीट लाइटों की पर्याप्त मरम्मत करवाने में नाकाम साबित हो रही है। जिन स्ट्रीट लाइटों को ठीक किया भी जाता है, वो भी कुछ ही दिनों में फिर बुझ जाती हैं। लगभग हर मुहल्ले में दस-बीस स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। दैनिक जागरण ने विभिन्न मुहल्लों का दौरा कर लोगों से इस संबंध में बातचीत की और पाया कि हर मुहल्ले में दो-तीन प्रतिशत स्ट्रीट लाइटें काम नहीं कर रहीं। एक लाइनमैन को तीन मौहल्लों का काम भी सौंपा गया है।
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मीटर लगने के बाद बड़ी जरूरत
जम्मू : घरों में बिजली के मीटर लग जाने के बाद शहर में स्ट्रीट लाइटों की महत्ता और बढ़ गई। लोगों ने बिजली का बिल कम करने के उद्देश्य से गेटों में लगी लाइटों को बंद करना शुरू कर दिया। अब मुहल्लों में स्ट्रीट लाइट की रोशनी से ही गलियां गुलजार होती हैं। ऐसे में जब स्ट्रीट लाइटें नहीं चलेंगी मुहल्ले अंधेरे में डूब जाते हैं।
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मरम्मत करने में भी औपचारिकता
जम्मू : खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने में भी निगम के लाइनमैन औपचारिकता ही पूरी करते हैं। कहीं से बल्ब तो कहीं से चोक लगाकर टाइम पास किया जाता है। बहुत से मुहल्लों में ठीक की जा रही लाइटें हफ्ता भर भी नहीं चल रहीं। लोग जब लाइनमैनों से पूछते हैं तो अक्सर यह बहाना लगाया जाता है कि स्टोर में सामान नहीं हैं। फिलहाल ऐसे ही ठीक की जाएंगी। भविष्य में इन्हें बदल देंगे। इस प्रक्रिया से निगम की लापरवाही नजर आती है।
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दावे नहीं काम करें निगम अधिकारी
जम्मू : शहर वासियों का कहना है कि निगम अधिकारियों को दावों के बजाय काम करना चाहिए। नानक नगर के जोगेंद्र सिंह, डिग्याना के राम लुभाया, प्रीत नगर के शमशेर सिंह, ओल्ड रिहाड़ी के तारिक, ग्रेटर कैलाश के राहुल सिंह, कबीर कालोनी के विमुल कुमार, भगवती नगर के सोम राज, रूपनगर की अंजना ने बताया कि मुहल्ले में अधिकतर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। इन्हें ठीक करवाने के लिए संबंधित अधिकारियों से बार-बार कहा जाता है लेकिन कोई परवाह नहीं करता। निगम के लाइनमैन महीने में एक-आध बार आते हैं और फिलहाल सामान नहीं होने का बहाना बनाकर समय व्यतीत करते रहते हैं। शाम ढलते ही मुहल्लों में अंधेरा पसर जाता है। डर लगता है कि कहीं इस अंधेरे का लाभ उठाकर कोई शरारती तत्व किसी घटना को अंजाम न दे दे। वैसे ही शहर में माहौल ठीक नहीं चल रहा। आप शम्भु मंदिर, नानक नगर मंदिर की घटनाएं माहौल बिगाड़ने की साजिश ही थीं। ऐसे ही कोई भी माहौल बिगाड़ सकता है। निगम अधिकारियों को सक्रियता दिखानी चाहिए।
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फोटो सहित
'शहर में 45 हजार स्ट्रीट लाइटें हैं। इनमें से कई खराब भी रहती हैं। रूटीन में कर्मी इन्हें ठीक करते हैं। शिकायत मिलने पर संबंधित कर्मियों को मौके पर भी भेजा जाता है। इन्हें ठीक करने की प्रक्रिया भी रूटीन का हिस्सा है। लोग निगम में आकर शिकायत करें ताकि संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जा सकें। '
-आरएस जम्वाल, जेसीए, जम्मू नगर निगम