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3 दिसंबर को मनाई जाएगी भैरव अष्टमी

जागरण संवाददाता, जम्मू : प्राचीन भैरव मंदिर चौक चबूतरा में 3 दिसंबर को विशेष पूजा होगी। देश के विकास

By Edited By: Published: Sat, 28 Nov 2015 02:11 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2015 02:11 AM (IST)

जागरण संवाददाता, जम्मू : प्राचीन भैरव मंदिर चौक चबूतरा में 3 दिसंबर को विशेष पूजा होगी। देश के विकास व राज्य में शांति के कामना के साथ हवन-यज्ञ भी होगा। 4 दिसंबर को विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। भगवान भैरो नाथ के दरबार में हजारी देने के लिए स्थानीय ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचेंगे। इसकी जानकारी प्राचीन श्री भैरव मंदिर के मुख्य पुजारी रूमिल शर्मा ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने कहा कि भगवान शिव के रुद्रा अवतार भगवान कालभैरव पिंडी रूप में इस प्राचीन मंदिर में विराजमान है। हर साल यहां हजारों की तादाद में श्रद्धालु भगवान के दर्शनों के लिए आते हैं। भगवान भैरव नाथ के दर्शनों मात्र से शनि और राहु का दुष्प्रभाव समाप्त हो जाता है।

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शर्मा ने कहा कि हर साल की भांति इस बार भी भैरवाष्टमी का पर्व धार्मिक आस्था के साथ मनाने की व्यवस्था की जा रही है। 3 दिसंबर को काल भैरव मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना शुरू की जाएगी। कोई भी पूजा काल भैरव की उपासना के बिना पूरी नहीं मानी जाती। अगले दिन चौक चबूतरा बाजार में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा और इस दौरान करीब सात बिरादरियों सूदन, सासन, आनंद, दत्ता (हुसैनी), बाली, छिब्बर और कुखरान बिरादरी की मेल मंदिर में आयोजित हो रही हैं। व्यंजनों के विभिन्न स्टाल लगाए जाएंगे और इनमें बच्चों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। पंडित रोमिल शर्मा ने समस्त जनता से अपील की कि वह सपरिवार विशेष पूजा व भंडारे में शामिल होकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि भगवान कालभैरव की स्तुति करने वाले मनुष्य का अहित असंभव है। बुरी शक्तियां उसके निकट भी नहीं आ सकती।


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