सरकार ने हड़ताली कर्मियों में डाली फूट
जागरण संवाददाता, जम्मू : हड़ताली कैजुअल कर्मियों को वीरवार को उस समय मायूस होना पड़ा जब पीएचई मंत्र
जागरण संवाददाता, जम्मू : हड़ताली कैजुअल कर्मियों को वीरवार को उस समय मायूस होना पड़ा जब पीएचई मंत्री चौधरी सुखनंदन समय देने के बावजूद नहीं आए। जबकि श्रीनगर वित्त मंत्री हसीब द्राबू कर्मियों को आश्वासन का लॉलीपाप दे दिए। वहीं एक महीने से भी अधिक समय से बीसी रोड चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर कर्मी काम छोड़ हड़ताल पर बैठे हैं। उनका कहना है कि उन्हें नीति गठन के लिए तीन माह का समय मंजूर नहीं है। यदि सरकार समय चाहती तो वे उस दौरान तक धरना-प्रदर्शन जारी रखेंगे। ऑल डिपार्टमेंट्स आइटीआइ ट्रेंड एंड सीपी वर्कर्स यूनियन के चेयरमैन तनवीर हुसैन ने कहा कि जल्द सभी विभागों के कैजुअल कर्मी संयुक्त मंच पर बड़ा आंदोलन करेंगे। सरकार कर्मचारियों में फूट डालने का प्रयास कर रही है। जम्मू संभाग के कर्मी संगठित हैं। मंगलवार को पीएचई मंत्री ने आठ अक्टूबर को उन्हें बातचीत का न्योता दिया था। वीरवार को विभिन्न जिलों से सैकड़ो कर्मी चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर एकत्र होना शुरू हो गए। ये कर्मी देर शाम तक मंत्री का इंतजार करते रहे। उन्हें कोई संदेश नहीं मिला। मंत्री ने बैठक स्थगित होने की जानकारी देना भी गवारा नहीं समझी। शाम को जब कर्मियों को यह पता चला कि वित्त मंत्री हसीब द्राबू ने श्रीनगर के प्रताप पार्क में बैठे कर्मियों से बातचीत कर हड़ताल को स्थगित करने के लिए मना लिया है तो उनमें रोष बढ़ गया। वित्त मंत्री हसीब द्राबू का कहना है कि उन्हें 64 हजार कर्मियों को स्थायी करने की नीति बनाने के लिए तीन माह का समय चाहिए। तो कर्मी नीति बनने का इंतजार करेंगे। उस दौरान तक उनकी हड़ताल स्थगित नहीं होगी। पीएचई विभाग में 16 हजार कैजुअल कर्मी काम कर रहे हैं, वे इसी तरह डिवीजन स्तर पर धरना-प्रदर्शन कर सरकार को वादे की याद दिलाते रहेंगे। पीडब्ल्यूडी के प्रधान सतीश कुमार शर्मा, कृषि विभाग के प्रधान राजन शर्मा ने कहा कि जल्द सभी विभागों के प्रधान बैठक कर शहर में रैली निकालने की घोषणा करेंगे।