'पुराने खिलाड़ी' ने दर्शकों को गुदगुदाया
जागरण संवाददाता, जम्मू : नटरंग संडे थियेटर श्रृंखला में दया प्रकाश सिन्हा के हिंदी नाटक 'पुराने खिला
जागरण संवाददाता, जम्मू : नटरंग संडे थियेटर श्रृंखला में दया प्रकाश सिन्हा के हिंदी नाटक 'पुराने खिलाड़ी' ने दर्शकों को गुदगुदाया। नीरजकांत के निर्देशन में मंचित नाटक लाला चदमी लाल के इर्द घूमता है। जिसकी चौथी शादी हुई है। उसकी तीन पत्नियां मर चुकी हैं। उसकी चौथी पत्नी काफी छोटी है। लाला उसके इशारों पर नाचता है। यह वही लाला है, जो जवानी में सख्त पति होता था। अपनी छवि को बचाने के लिए जगह-जगह यह दर्शाने का प्रयास करता है कि आज भी उसका पत्नी पर पूरा दबदबा है। वह दबदबे के चक्कर में दोस्तों को झूठी कहानियां सुनाता है। एक दिन उसकी पत्नी उसे कहती है कि उसने जो उपहार मांगा था उसे अभी तक नहीं मिला है। जब वह घर से निकलता है तो उसे पत्नी कहती है कि लौटते समय ड्रेस लेकर ही आएं। लाला दोस्तों के सामने दर्शाने का प्रयास करता है कि जो भी हो जाए वह पत्नी की मांग नहीं मानेगा। उसे डर है कि कहीं वह दोस्तों की हंसी का पात्र न बन जाए। बावजूद वह अपनी अंगूठी दोस्त के पास गिरवी रखकर पैसे का जुगाड़ करता है। इस पर उसका दोस्तों में मजाक बन जाता है। उनकी हंसी उस समय जाती रहती है जब उन्हें पता चलता है कि लाला ने उन्हें नकली अंगूठी देकर अधिक पैसा जुटा लिया है। वह मानते हैं कि लाला सच में पुराना खिलाड़ी है। नाटक में महेक्षित सिंह, पंकज वर्मा, अभी बरगोत्रा, रोहित शर्मा का अभिनय सराहनीय रहा। लाइट डिजाइनिंग नीरज कांत ने की। संयोजन मुहम्मद यासीन ने किया। मंच संचालन कृतिका सिंह भाऊ ने किया।