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श्रद्धालुओं को तपती धूप में करना पड़ता है भोजन

जागरण संवाददाता, जम्मू : आधार शिविर भगवती नगर में लगाए गए लंगर में श्रद्धालुओं के बैठने की कोई व्यव

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 02:33 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 02:33 AM (IST)
श्रद्धालुओं को तपती धूप  में करना पड़ता है भोजन

जागरण संवाददाता, जम्मू : आधार शिविर भगवती नगर में लगाए गए लंगर में श्रद्धालुओं के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है जिस कारण उन्हें तपती धूप में भोजन ग्रहण करने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं लंगर समितियों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन से श्रद्धालुओं के बैठने के लिए पंडाल लगाने की इजाजत मांगी थी परंतु अनुमति न मिलने के कारण ही वे दोपहर के समय बेहतर सुविधा उपलब्ध करवा पाने में असमर्थ साबित हो रहे हैं। देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले बाबा के भक्तों को यात्री निवास में हर सुविधा तो मिल रही है परंतु दोपहर के समय लंगर ग्रहण करने में पेश आ रही दिक्कत उन्हें ही नहीं लंगर समितियों को भी खल रही है। त्रिनेत्र शिव शम्भू सेवा समिति के सेवादार राकेश कुमार, लालड़ू मंडी लंगर समिति के सेवादार गोबिंद लाल ने कहा कि वे श्रद्धालुओं की सेवा में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। दोपहर के समय श्रद्धालुओं को तपती गर्मी में भोजन करवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। धूप से बचने के लिए शामियाने आदि की कोई व्यवस्था न होने के कारण शिव भक्तों को चिलचिलाती धूप में खड़े होकर भोजन ग्रहण करना पड़ता है। उन्होंने कई बार राज्य प्रशासन से अपील भी की है परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई। सामन को बारिश से बचाने के लिए आयोजकों ने टेंट लगा रखे है परंतु उसमें श्रद्धालुओं के बैठने की अधिक व्यवस्था नहीं है। यदि प्रशासन लंगर स्थल के पास शामियाने लगा दे तो श्रद्धालु आराम से भोजन ग्रहण कर पाएंगे। भोजन लेने के बाद श्रद्धालु धूप से बचने के लिए छांव की तलाश में इधर-उधर खड़े होकर खाना खाने को मजबूर हैं। राजस्थान के श्रद्धालु गजेंद्र सिंह और प्रद्युमन सिंह ने कहा कि लंगर में भोजन तो एक से एक स्वादिष्ट परोसा जाता है परंतु दोपहर के समय अधिक धूप होने के कारण भोजन ग्रहण करना मुश्किल हो जाता है। सुरक्षा कारणों के चलते भोजन को शिविर के अंदर ले जाने की अनुमति भी नहीं है। उन्हें भोजन से पहले छांव की तलाश रहती है। यदि लंगर स्थल के पास श्रद्धालुओं बैठने या खड़े होने की व्यवस्था हो जाए तो परेशानी का कोई कारण न रहे।


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