जम्मू विश्वविद्यालय रैगिंग पर सख्त
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू विश्वविद्यालय के पीजी कोर्सो में दाखिले से पहले रैगिंग पर अंकुश लगाने
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू विश्वविद्यालय के पीजी कोर्सो में दाखिले से पहले रैगिंग पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। विवि प्रशासन ने रैगिंग विरोधी दस्ते गठित किए हैं। इसमें अध्यापकों, नान टीचिंग स्टाफ व स्कॉलरों को शामिल किया गया है। डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि रैगिंग पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इश्तिहार तैयार कर लिए गए है जिनमें रैगिंग संबंधी सारी जानकारियां उपलब्ध है। अधिकारियों के मोबाइल नंबर की हेल्पलाइन भी मौजूद है। विवि के मुख्य जगहों पर बोर्ड डिस्प्ले किए गए हैं। बोर्डो पर रैगिंग करने पर प्रतिबंध, रैगिंग करने के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई का प्रावधान, नए विद्यार्थियों के हेल्प लाइन नंबर व संबधित जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। जम्मू विवि में पीजी में दाखिला प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो रही है। एंट्रेंस टेस्ट का परिणाम चार जुलाई को घोषित हो रहा है। जुलाई के अंत में कक्षाएं लग जाएंगी। विवि हर बार रैगिंग की रोकथाम के लिए प्रबंध करता है। दूसरी तरफ डिग्री कॉलेजों में भी नया सत्र शुरू होने से पहले रैगिंग विरोधी कमेटियों का गठन कर लिया गया है। नोडल प्रिंसिपल प्रो. सतेंद्र सिंह का कहना है कि कॉलेजों ने पहले ही सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार रैगिंग की रोकथाम के लिए प्रबंध किए गए हैं। रैगिंग करने पर कड़ी कार्यवाई का प्रावधान है।
बाक्स में लगाए
रैगिंग करने पर निम्न तरह की कार्रवाई का प्रावधान
1. कक्षा से निलंबित करना
2. स्कॉलरशिप, फेलोशिप या कोई अन्य मिलने वाले लाभ को वापस लेना या बंद करना।
3. परिणाम रोकना
4. क्षेत्रीय राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में प्रतिनिधित्व करने पर प्रतिबंध लगाना
5. हॉस्टल से निलंबित या बर्खास्त करना
6. दाखिला रद्द करना
7. संस्थान से पहले से लेकर चार सेमेस्टर तक की पढ़ाई के लिए बर्खास्त करना
8. किसी अन्य संस्थान में दाखिले पर प्रतिबंध लगाना
9. पुलिस के पास एफआईआर दर्ज करवाना
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किस तरह की गतिविधि को रैंगिंग माना जाएगा
1. अगर कोई भी विद्यार्थी किसी के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करे या तंग करे
2. विद्यार्थियों के साथ अनुशासनहीनता की गतिविधि को अंजाम देना जिससे उसे मुश्किल पेश आए या मानसिक तौर पर नुकसान पहुंचे।
3. किसी विद्यार्थी के लिए किसी बात पर असहज की स्थिति पैदा करना
4. सीनियर विद्यार्थियों की तरफ से नियमित चल रही कक्षाओं में विघन डालना
5. जबरन किसी विद्यार्थी से पैसे निकलवाना या पैसे खर्च करने के लिए दबाव बनाना।
6. किसी विद्यार्थी के साथ मारपीट, शारीरिक छेड़छाड़ करना, कपड़े उतरवाना या किसी गतिविधि के लिए मजबूर करना जिससे विद्यार्थी की सेहत पर खतरा उत्पन्न हो सके।
7. अभद्र भाषा के प्रयोग, ईमेल, डाक के जरिए या सार्वजनिक स्थानों पर बेइज्जत करना।
8. कोई ऐसी गतिविधि को अंजाम देना जिससे फ्रेशर या अन्य विद्यार्थी की सेहत व आत्म विश्वास को धक्का पहुंचे।