12वीं विधानसभा गठन के लिए 28 से होगी प्रक्रिया शुरू
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर जारी अटकलों पर पूर्ण विराम लगाते हुए मुख्य
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर जारी अटकलों पर पूर्ण विराम लगाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमंग नरुला ने शनिवार को कहा कि 12वीं विधानसभा के गठन के लिए 28 अक्टूबर से चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में 99 मतदान केंद्रों को स्थानांतरित किया गया है।
यहां एक पत्रकार वार्ता में राज्य में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि विभिन्न जिला उपायुक्तों द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक बाढ़ प्रभावित इलाकों में 99 मतदान केंद्रों को उनके मौजूदा स्थानों से दूसरी जगह स्थानांतरित करने की जरूरत है। हमने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वह अपने अपने इलाके का विस्तृत सर्वे कर बाढ़ प्रभावित मतदान केंद्रों की मौजूदा स्थिति के बारे में चुनाव आयोग को रिपोर्ट करें। इस रिपोर्ट के आधार पर अगर कुछ और मतदान केंद्रों को स्थानांतरित किए जाने की जरूरत होगी तो उन्हें स्थानांतरित किया जाएगा।
बाढ़ पीडि़त और पाक गोलाबारी से प्रभावित हुए मतदाताओं को मतदाता पर्ची उपलब्ध कराए जाने का यकीन दिलाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि हमने संबंधित जिला उपायुक्तों से ऐसे सभी मतदाताओं के बारे में जानकारी मांगी है। हमें बताया गया है कि बाढ़ और गोलाबारी से विस्थापित हुए मतदाता संबंधित मतदान केंद्रों से ज्यादा दूर नहीं है। हमारा पूरा प्रयास है कि इन सभी मतदाताओं को मतदाता पर्ची मिले।
राज्य सरकार द्वारा कुछ पीठासीन अधिकारियों को बदले जाने की तरफ ध्यान दिलाए जाने पर उन्होंने कहा कि मेरे पास भी कुछ शिकायतें आई हैं। चुनाव आयोग के निर्देश के वाबजूद राज्य सरकार ने कुछ पीठासीन अधिकारियों को बदला है। हम इनकी छानबीन करेंगे। 22 जिलों में फैले 87 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान पांच चरणों में कराने का फैसला स्थानीय भौगोलिक और सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए ही लिया गया है। चुनाव प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष, स्वतंत्र और सुरक्षित माहौल में संपन्न कराने के लिए सुरक्षाबलों, पर्यवेक्षकों, माइक्रो पर्यवेक्षकों को पर्याप्त संख्या में तैनात किया जा रहा है। मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होगी।
एक अन्य सवाल पर उन्होंने बताया कि संसदीय चुनावों की तरह विधानसभा चुनावों में भी मतदाता नोटा का विकल्प अपना सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें, इसके लिए भी जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।