बचाव अभियान में कोई भेदभाव नहीं: उमर
राज्य ब्यूरो, जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में दुष्प्रचार करने वालों को कड़ा जवाब देते हुए कहा है कि सेना, वायुसेना, नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के बचाव अभियान का सबसे अधिक फायदा घाटी के निवासियों को हुआ है।
मुख्यमंत्री रविवार को श्रीनगर में पत्रकाराें से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि यह कहना गलत है कि बचाव अभियान सिर्फ अन्य राज्यों के निवासियों, गणमान्य लोगों तक ही सीमित रहा। शनिवार शाम तक हुए राहत अभियान का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि बचाव दलों ने कश्मीर में अपने घरों में फंसे 80 हजार से अधिक लोगों को बचाया। इसके साथ 13,100 से अधिक कश्मीरियों को कश्मीर से बाहर एयरलिफ्ट किया गया।
उमर ने कहा कि केवल सेना ने ही 59 हजार से अधिक लोगों को बचाया है। आंकड़े देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कश्मीर में अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इसमें कोई सच्चाई नही है कि श्रीनगर के नागरिकों को नजरअंदाज किया गया है।
उमर ने स्पष्ट किया कि लोगों को यह समझना चाहिए कि सेना, वायुसेना, सुरक्षाबलों के बचाव अभियान में कोई भेदभाव नही हुआ है। कश्मीर में बाढ़ में फंसे हर उस व्यक्ति को बचाने की कोशिश की गई जिस तक पहुंचा जा सकता था।
इसी बीच उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में राशन की सप्लाई को डबल करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने जनवितरण प्रणाली विभाग से कहा है कि एसआरटीसी के वाहनों की सहायता लेकर कश्मीर में अधिक से अधिक राशन पहुंचाया जाए। अब तक केवल श्रीनगर में ही राशन के 50 ट्रक बांटे जा चुके हैं।