बशीर गुज्जर बस्ती में बिखर गया लोगों का बसेरा
जागरण संवाददाता, जम्मू : बशीर गुज्जर बस्ती की 65 वर्ष की नूरा का घर बार तबाह हो गया। शनिवार को उफनी तवी ने उसका घर लील लिया। घर में उसकी बेटी नसीमा व दामाद मशकूर तो सुरक्षित निकल आए। सारा सामान पानी में बह गया। बाद में घर भी ढह गया। अब नूरां गुज्जर बस्ती में ही आसपास ठहर कर जीवन गुजार रही है। रविवार को मौसम साफ रहने के कारण पलायन कर गए लोग घर देखने आए। नूरा भी आई और अन्य लोगों की तरह मिट्टी रेत में सामान खोज रही थी। यही हाल अन्य लोगों का था जिनके घर तबाह हो गए।
बारिश और तवी नदी का पानी पड़ने से बशीर गुज्जर बस्ती को अच्छा खासा नुकसान हुआ है। दानिश चौक में हर तरफ पानी पसरा हुआ है। बशीर गुज्जर बस्ती में तीन सौ से अधिक घर हैं। हर घर तक पानी पहुंच चुका था। तवी नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बने दो दर्जन मकान ढह गए। जबकि बीस खभे ढहने से यहां बिजली व पानी की आपूर्ति अब पूरी तरह से ठप है। बारिश तो रुक गई। जगह-जगह अभी भी पानी भरा हुआ है। सलीमा के घर पर भी पानी की मार रही। अब वह घर का सामान ढूंढ ढूंढ कर एकत्र कर रही थी। नसीर मीर इकबाल जोकि दुकान चलाते हैं, का कहना है कि इतना पानी पहली बार चढ़ा। दुकान के अंदर पानी आ गया और सामान खराब हो गया। घर को भी नुकसान पहुंचा। अब अगले पांच साल में भी हम लोग अपने आप को खड़ा नही कर पायेंगे।
खाने के लाले
बशीर गुज्जर बस्ती में प्रभावित लोगों की खबर लेने तो बहुत लोग आए। रोटी देने के लिए कोई नही आया। बारिश के प्रभावित लोगों को खाने के लाले पर रहे हैं। यहां रहने वाले मजीद का कहना है कि कम से कम सरकार बस्ती में लंगर तो लगाए। बिजली पानी गुल होने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।