गेंदा के बीजों की किल्लत
जागरण संवाददाता, जम्मू : मंदिरों के शहर जम्मू में फूलों की बढ़ रही मांग को देखते हुए गेंदा फूल की खेती में उतरे किसानों को इस बार झटका लगा है। सरकार की ओर से पर्याप्त मात्रा में सब्सिडी पर बीज उपलब्ध नही हो पानेकारण इन किसानों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
हर साल किसानों को 75 फीसद सब्सिडी पर बीज उपलब्ध कराए जाते हैं। मगर इस बार बीजों की किल्लत है। ऐसे में मजबूर किसान निजी संस्थानों से महंगा बीज खरीदने को मजबूर हैं। मगर उसके बाद भी इस बीज की कोई गारंटी नही।
जम्मू के आसपास छोटे-बड़े दो सौ मंदिरों में गेंदें के फूलों की नित्य खपत होती है। वहीं, दीपावली, नवरात्रा व दूसरे समारोह के कारण गेंदें के फूलों की मार्केट प्रति वर्ष 10 करोड़ रुपये को भी पार कर जाती है। मांग को पूरा करने के लिए संभाग में 250 एकड़ भूमि पर गेंदें के फूलों की खेती होती है। मगर इस बार बीज की कमी किसानों के लिए बाधा बना दी है खास कर जम्मू व सांबा जिलों में जहां इन दिनों गेंदें के फूल लगाए जाने का सजीन है, किसान परेशान हैं। रामगढ़ के किसान चौधरी प्रकाश का कहना है कि सांबा जिले में महज 68 पैकेट बीज ही आए। ऐसे में अनेकों किसान तो गेंदा लगा ही नहीं पाए। वहीं, बिश्नाह के संगत राम का कहना है कि दीपावली, नवरात्र व चुनावों को देखते हुए अगले दो माह में गेंदें के फूलों की अच्छी मांग होगी। इसे देखकर किसान बढ़चढ़ कर गेंदा लगाना चाहता है मगर बाजार से बीज बेहद महंगा मिल रहा है।
फ्लोरिकल्चर विभाग के निदेशक केके शर्मा का कहना है कि मांग जितनी आई थी, उस हिसाब से बीच केंद्रों पर भिजवाया गया है। विभिन्न केंद्रों में 268 पैकेट बीज भेजे गए। सिंतबर माह में और बीज भिजवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानां को चाहिए कि समय रहते वे अपनी मांग विभाग को भेजें ताकि उस हिसाब से बंदोबस्त किया जा सके।