शेड न होने से धूप में खड़े होने को मजबूर लोग
जागरण संवाददाता, जम्मू : आरटीओ कार्यालय को वेयर हाउस से नरवाल के ट्रांसपोर्ट नगर में नई इमारत में शिफ्ट हुए तीन वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन यहां कामकाज के सिलसिले में आने वाले लोगों को आज तक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।
पूर्व ट्रांसपोर्ट मंत्री कमर अली आखून ने वर्ष 2011 में नरवाल में बनाए गए नए आरटीओ कार्यालय का उद्घाटन किया था। इसमें कामकाज के सिलसिले में आने वाले लोगों की सहूलियत का कम और अधिकारियों व कर्मचारियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। आरटीओ कार्यालय में लाइसेंस की फीस, परमिट सहित अन्य कार्याें के लिए फीस करवाने वालों को लोगों को बारिश और धूप से बचाने के लिए शेड तक नहीं बनाए गए हैं। लाइसेंस की फीस जमा करवाने आए गुरमिंद्र सिंह का कहना है कि सरकार को सबसे पहले लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखना चाहिए था जिससे उन्हें राजस्व हासिल होता है। उन्होंने बताया कि वह सुबह से कार्यालय में आए थे, लेकिन कुछ समय के लिए कंप्यूटर सिस्टम चालू नहीं हो पा रहे थे। जब चालू हुए तो फिर उन्हें तपती धूप में खड़े होकर अपना काम करवाना पड़ा। रवेल चंद का कहना है कि कार्यालय में लोगों के बैठने के लिए कोई भी व्यवस्था तक नहीं की गई है। उन्होंने ट्रांसपोर्ट मंत्री से लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न कैश काउंटर के बाहर शेड बनाने की अपील की। किशोर शर्मा ने कहा कि गेट के अंदर दाखिल होते ही असुविधाओं का दौर शुरू हो जाता है। लोगों को नल से सप्लाई होने वाले पानी पर ही निर्भर रहना पड़ता है। परिसर के भीतर शेड न होने से फीस जमा करवाने वाले लोगों को काफी असुविधा होती है।
सरूप सिंह का कहना है कि कम से कम तपती धूप में ही लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लगानी चाहिए। शेड लगाना तो बहुत दूर की बात है। उन्होंने भी आरटीओ कार्यालय में लोगों की सुविधाओं में इजाफा करने की मांग की है।