मास्टरमाइंड गिरफ्त में नहीं
जागरण संवाददाता, जम्मू : शहर की अनाज मंडी वेयर हाउस, बिश्नाह के रत्नाल, एडवोकेट के महेशपुरा और आरएसपुरा के सदरे क्षेत्र में व्यापारियों से गन प्वांइट पर लूटपाट करने के मामले में बेशक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मास्टरमाइंड अक्षय कुमार अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। अक्षय मूलत भद्रवाह कस्बे का रहने वाला है। वह अपने परिवार सहित काफी सालों से बिश्नाह कस्बे में रह रहा है। पुलिस ने लूटपाट के मामलों में शनिवार को आरोपियों से अलग-अलग करके पूछताछ की लेकिन अक्षय और उसके द्वारा इस्तेमाल उस देसी कट्टे का पता नहीं चल पाया है जिसके आधार पर उसने लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया। गिरोह के चार सदस्य बिश्नाह के वार्ड नंबर 13 का विपिन कुमार, लुधियाना का सुनील कुमार और जनकपुरी लुधियाना के प्रदीप कुमार से घंटों पूछताछ की। पूछताछ में पुलिस ने जो कडि़यां जोड़ी उसके आधार पर पुलिस ने इन बदमाशों के विजयपुर स्थित गांव में बने ठिकाने पर छापा मारा तो उन्हें वहां से लूटपाट और चोरी किए गए सामान की खेप बरामद हुई। करीब 53 देसी कट्टे के राउंद, करीब चालीस मोबाइल फोन, दो चोरी की मोटर साइकिल, एलसीडी व भारी मात्रा में इलेक्ट्रानिक सामान बरामद किया है जिन्हें जम्मू शहर व उसके आसपास के क्षेत्रों से चोरी किया गया था।
गिरोह के सदस्यों को अलग-अलग थानों बिश्नाह, आरएसपुरा, अरनिया और मीरां साहिब में रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए विपिन ने बताया कि जब लूटपाट की घटना को अंजाम देने के बाद गिरोह के सदस्य पड़ोसी राज्य पंजाब में छिपने के लिए चले जाते थे। जहां इनकी दोस्ती लुधियाना व आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले सुनील, मोहित और प्रदीप से हुई। यह दोस्ती गिरोह में बदल गई। गिरोह सदस्यों ने जम्मू के महेशपुरा इलाके में कुछ माह पहले एडवोकेट एसएस लहर के घर पर लूटपाट की थी। जहां तक संभव है कि रविवार को एसएसपी अतुल गोयल इस मामले में संवाददाता सम्मेलन में कुछ और रहस्यउद्घाटन कर सकते हैं।