पच्चीस हजार श्रद्धालुओं के आगे कम पड़े गए इंतजाम
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल ¨चतपूर्णी में रविवार को उमड़े आस्था के सै
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल ¨चतपूर्णी में रविवार को उमड़े आस्था के सैलाब के आगे एक बार फिर व्यवस्था चरमराई नजर आई। पड़ोसी राज्यों के स्कूलों में चल रही छुट्टियों के कारण धार्मिक नगरी में शनिवार को कहीं तिल धरने तक की जगह नहीं बची थी, लेकिन व्यवस्था की कमी के चलते मां के दर आए भक्तों को परेशान होना पड़ा। करीब 25 हजार भक्तों की भीड़ के आगे एक बार फिर किए गए इंतजाम नाकाफी नजर आए।
शुक्रवार रात से ही व्यवस्था दाव पर लगनी शुरू हो गई थी। जब तलवाड़ा बाईपास और शंभू बाईपास क्षेत्र में श्रद्धालुओं ने अपने वाहन गलत ढंग से पार्क करने शुरू कर दिए। आलम यह था कि शनिवार शाम को इस रोड पर पूरा दिन रुक-रुककर ट्रैफिक जाम लगता रहा। दोपहर को स्कूल बसें भी जाम में फंस गई। निकटवर्ती गांवों के निजी स्कूलों के विद्यार्थी शनिवार को करीब डेढ़ घंटे तक गर्मी में बसों में ही बेहाल होते रहे। शाम तीन बजे के बाद ही घरों में पहुंचे। उधर, निकटवर्ती गांवों के लोगों को भी ट्रैफिक जाम में फंसना पड़ा। वहीं, श्रद्धालुओं की लाइन भी लंबी ¨खच जाने के कारण विशेषकर बच्चों व महिलाओं को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा पीने के पानी की दिक्कत से भी लोगों को दो-चार होना पड़ा। शाम को ¨चतपूर्णी-भरवार्ई मार्ग पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनने से रही-सही कसर भी पूरी हो गई। शंभू बाईपास पर भी बेतरतीब खड़े वाहनों के कारण विभिन्न रूट पर जाने वाली बसों की समयसारिणी प्रभावित हुई। इस रोड पर ट्रैफिक पुलिस का कोई कर्मचारी तक तैनात नहीं किया गया था, जिस वजह से यह स्थिति बनी। उधर, कार्यकारी मंदिर अधिकारी रणिया राम ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए न्यास ने अतिरिक्त स्टाफ की नियुक्ति की थी, पेयजल का भी प्रबंध किया था।