मिठाई की दुकानों पर स्वास्थ्य विभाग की दबिश
संवाद सहयोगी, ऊना : स्वास्थ्य विभाग ऊना की टीम ने सोमवार को त्योहारी सीजन में पहली दफा व्यापारिक प्र
संवाद सहयोगी, ऊना : स्वास्थ्य विभाग ऊना की टीम ने सोमवार को त्योहारी सीजन में पहली दफा व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दबिश दी। अधिकारियों ने ऊना सहित बंगाणा के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर दुकानों से खाद्य सामग्री के सैंपल भरे। टीम ने कार्रवाई के दौरान दुकानदारों के लाइसेंस न होने पर तीन चालान किए।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को ऊना, झलेड़ा, थानाकलां, बंगाणा व डुमखर में लगभग 36 मिठाई की दुकानों पर छापेमारी कर पांच व डूमखर में शराब ठेके का सैंपल भरा। इन सभी सैंपलों को टीम अब जांच के लिए फूड टे¨स्टग लेब कंडाघाट शिमला भेजेगा। हालांकि जांच की रिपोर्ट अभी दो सप्ताह बाद आएगी, जिसमें इस बात पर भी खुलासा भी होगा कि इन दुकानों में बिकने वाली मिठाई लोगों के लिए कितनी सही या खतरनाक है।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ऊना के डीओ डॉ. अतुल कायस्थ के नेतृत्व में फूड इंस्पेक्टर सतीश ठाकुर व सहायक निरीक्षक कृष्ण चंद ने ऊना की कई मिठाई की दुकानों में मिल्ककेक, बेसन, खोवा, लड्डू, रस्सगुल्ले व गुलाम जामुन आदि के सैंपल भरे। इसी बीच कई दुकानदारों को मिठाई को ढककर रखने के आदेश दिए। विभागीय टीम ने बंगाली स्वीट शॉप का निरीक्षण किया और कलाकंद का सैंपल भरा। इस दौरान शॉप मालिक के पास लाइसेंस न होने सहित अन्य कुछ कमियां पाए जाने पर डॉ. अतुल कायस्थ ने दुकानदार को 24 घंटे तक लाइसेंस बनवाने व पेश करने के आदेश दिए हैं। इन दुकानदारों में से तीन के पास लाइसेंस न होने के चलते उनके चालान भी किए गए। जबकि दुकानदारों को समय पर लाइसेंस व मेडिकल कराने बारे भी टीम ने कहा। इसके अलावा विभागीय टीम ने ऊना मुख्यालय पर एवन स्वीट शॉप से पेड़ा का सैंपल लिया। वहीं झलेड़ा में 12 मिठाई की दुकानों का निरीक्षण कर एक सैंपल भरा।
फूड इंस्पेक्टर सतीश ठाकुर ने बताया कि बंगाणा में एक मिठाई की दुकान से अंगूरी पेठे का भी सैंपल लिया गया। जबकि टीम ने ऊना आते हुए डुमखर में शराब के ठेके का निरीक्षण कर वहां सैंपल लिया है। उन्होंने बताया कि टीम ने थानाकलां में कई मिठाई की दुकानों का निरीक्षण किया और बिना ढकी मिठाई को नष्ट किया। दुकानदारों को मिठाई ढककर रखने की हिदायतें दी गई। अभी आगामी दिनों में टीम ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई को अमल में लाएगी। लिए गए सैंपलों की रिपोर्ट दो सप्ताह में आएगी जिसके आधार पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।