चेहरे के भाव जुबां से नहीं हो पाए बयां
जागरण संवाददाता, भरवाई (अम्ब) : मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह
जागरण संवाददाता, भरवाई (अम्ब) : मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नाम पर खुला पत्र लिखकर अपनी बेबाक टिप्पणी से भाजपा में खलबली मचाने वाले भाजपा के दिग्गज शांता कुमार के मुद्दे पर गुटों में बंटी भाजपा ने अब इस मुद्दे को यहीं पर विराम लगाने में ही भलाई समझी है। शनिवार को भरवाई में पंडित दीन दयाल उपाध्याय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करने आए केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा तो स्वयं इस मुद्दे पर मुंह खोलने से बचते ही रहे, लेकिन अब तक इस मुद्दे पर खुलकर मीडिया में बयानबाजी करने वाले भाजपा नेता भी चुप्पी साध गए। हालांकि पार्टी के अंदर से छन कर आई खबर के अनुसार इस मुद्दे पर अब खुलकर बयानबाजी करने वालों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। इस शिविर में बेशक शांता व धूमल गुट के तमाम नेता शरीक हुए, लेकिन जो तल्खी जुबां पर नहीं आ सकी वह चेहरों पर जरूर पढ़ी जा सकती थी। मीडिया के बार-बार कुरेदने पर भी दोनों धड़ों के नेता नो कमेंट कहकर ही इससे पल्ला झाड़ते रहे। हालांकि इतना जरूर था कि धूमल गुट के तमाम नेता भाजपा दिग्गज शांता कुमार के नजदीक जाने से भी कतराते रहे। कहीं न कहीं इस बात का डर जरूर दिख रहा था कि पार्टी के भीतर चल रही खींचतान इस शिविर में भी जगजाहिर न हो जाए। यही वजह थी कि मीडिया तो क्या, बल्कि स्थानीय भाजपा नेताओं को भी शिविर स्थल पर जाने की इजाजत नहीं दी गई। पार्टी सूत्रों की मानें तो इस प्रकरण से भाजपा हाईकमान भी खासी नाराज है और इस मुद्दे को तूल देने वालों को बख्शने के मूड में नहीं है। इसे भाजपा हाईकमान का डर ही कहें कि प्रदेश भाजपा के दोनों धड़े आमने-सामने तो थे, लेकिन बराबर एक-दूसरे से दूरी बनाने में ही सभी ने भलाई समझी। भाजपा हाईकमान को डर है कि पार्टी के अंदर बढ़ती जा रही खाई के कारण कहीं पार्टी का मिशन 2017 धरा का धरा न रह जाए। अब इस खींचतान पर भाजपा नेता कितना संयम बरत पाते हैं यह देखने वाली बात होगी।