पानी खरीद कर प्यास बुझा रहे लोग
संवाद सहयोगी, ¨चतपूर्णी : ¨चतपूर्णी के छह बड़े गांवों में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है।
संवाद सहयोगी, ¨चतपूर्णी : ¨चतपूर्णी के छह बड़े गांवों में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। आलम यह है कि आम जनता को प्यास बुझाने के लिए पानी के टैंकर खरीदने पड़ रहे हैं। कई गांवों की दूरदराज की बस्तियों में नलों में पानी आए दस दिनों से अधिक का समय बीत गया है। कुंओं व बावड़ियों के उचित रखरखाव के अभाव में भी धार क्षेत्र में पीने के पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है।
उठाऊ पेयजल परियोजनाओं में अभी तक पानी की अधिक कमी दर्ज नहीं हुई है, बावजूद प्रबंधन की कमी से यह समस्या बढ़ती जा रही है। जवाल पेयजल परियोजना की पंप मोटरों में दिक्कत बताई जा रही है और विभाग ने यह योजना निजी हाथों में सौंप दी है। इस योजना का पेयजल टैंक पंप मोटर के चलने के बाद भी भर नहीं रहा है और उसी के परिणामस्वरूप नारी के वार्ड एक व दो और जवाल के वार्ड एक व चार में पेयजल किल्लत से लोग परेशान हैं। स्थानीय निवासियों रमेश चंद और जीवन राणा ने बताया कि नलों में कई-कई दिन पानी नहीं आ रहा है और कभी-कभार अगर पानी आता भी है तो कम प्रेशर से मुश्किल से एक-आध बर्तन ही भर पाता है। ऐसी ही समस्या बधमाणा का वार्ड एक व दो में भी है। गांव की दलित व गुर्जर बस्ती में पानी की सप्लाई हुए पंद्रह दिन से ज्यादा का समय बीत गया है। धर्मसाल महंता में भी पानी की सप्लाई बाधित हो रही है तो खरोह, बेहड़-भटेहड़ व ¨गडपुर मलौण की दूरदराज की बस्तियों में नलों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। स्थानीय लोगों को पानी के टैंकर खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है। बधमाणा पंचायत के हरजीत ¨सह, अशोक कुमार और राकेश ने बताया कि उन्हें एक हजार से बारह सौ रुपये के हिसाब से प्रति पानी के टैंकर के अदा करने पड़ रहे हैं। नारी पंचायत के प्रधान पंडित शिव कुमार कौल, जवाल पंचायत की प्रधान विद्या देवी, बधमाणा पंचायत के प्रधान रछपाल ¨सह और धर्मसाल महंता के प्रधान राजेश कुमार ने आइपीएच विभाग से आग्रह किया है कि इस क्षेत्र में पेयजल की सुचारू सप्लाई को सुनिश्चित किया जाए। उधर, आइपीएच विभाग के कनिष्ठ अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि जवाल स्कीम में पंप मोटर में खराबी आने से दिक्कत पेश आ रही थी, जिसे मंगलवार को बदल दिया गया है। विभाग हर गांव में पेयजल की सुचारू सप्लाई के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।