अस्पताल पहुंचे आमरण अनशन पर बैठे विद्यार्थी
संवाद सूत्र, दौलतपुर : राजकीय महाविद्यालय दौलतपुर में एनएसयूआइ व एबीवीपी की एकजुटता से कॉलेज के संपूर्ण सरकारीकरण के लिए चल रहे आंदोलन के कारण वीरवार को भी पढ़ाई पूरी तरह से ठप रही। विद्यार्थियों की भूख हड़ताल तुड़वाने के लिए जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। डीसी के इंतजार में बैठे विद्यार्थी उस समय उग्र हो गए जब डीसी की जगह एडीएम राजेश कुमार, एसडीएम चिरंजी लाल व डीएसपी जितेंद्र चौधरी कॉलेज पहुंचे। विद्यार्थियों ने खड़े होकर वापस जायो के नारे लगाए तथा आधा घंटे उनको कॉलेज में प्रवेश नहीं करने दिया। करीब 11 बजे उस समय स्थिति गंभीर हो गई जब आमरण अनशन पर बैठे सन्नी कुमार व अविनाश कुमार की तबीयत खराब हो गई। उनको एडीएम की गाड़ी में उठाकर एफ आरयू अस्पताल पहुंचाया। उनके पीछे करीब 1100 विद्यार्थियों ने भी अस्पताल की तरफ पैदल कूच कर दिया। विद्यार्थियों के पीछे एसडीएम चिरंजी लाल को भी पैदल ही अस्पताल पहुंचना पड़ा।
उधर, विद्यार्थियों के सड़क पर आने पर अस्पताल के आगे आधा घंटा जाम की स्थिति रही, परंतु डीएसपी जितेंद्र चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने ट्रैफि क व्यवस्था बहाल करवाई। विद्यार्थी दोबारा कालेज में पहुंचे व फिर नारेबाजी का दौर शुरू हो गया। एडीएम ऊना ने एनएसयूआइ व एबीवीपी के नेताओं गौरव शर्मा व सुमित सिंह आदि से लगातार तीन घंटे हड़ताल बंद करने के लिए माथापच्ची की तथा कॉलेज के संपूर्ण सरकारी की अधिसूचना के लिए एक माह की मोहलत मागी, परंतु उनकी एक न चली और विद्यार्थी ने क्रमिक अनशन शुरू करने का निर्णय ले लिया। वहीं, डीएसपी जितेंद्र चौधरी ने विद्यार्थियों को कानून को हाथ में न लेने की हिदायत दी है। वहीं प्राचार्य आरपी भारद्वाज ने छात्र-छात्राओं से नियमित कक्षांए लगवाने का आग्रह किया है।
विद्यार्थियों को उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए समझाने की कोशिश की है। उनकी माग को शीघ्र ही सीएम तक पहुंचाया जाएगा।
-राजेश कुमार, एडीएम।
सरकारीकरण की अधिसूचना के अलावा कुछ मंजूर नहीं
एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष सुमित सिंह व एनएसयूआइ के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि कॉलेज के संपूर्ण सरकारीकरण की अधिसूचना से कम विद्यार्थियों को कुछ मंजूर नहीं है।