बिरोजे की तस्करी पर लगेगा अंकुश
जागरण संवाददाता, ऊना : चोरी छिपे बिरोजे को तस्करी के जरिए प्रदेश से बाहर ले जाने की घटनाओं पर कड़ाई से अंकुश लगाने के उपायों पर मंगलवार को ऊना में मंथन हुआ। वन निगम के उपाध्यक्ष केवल पठानिया की अध्यक्षता में बचत भवन में हुई उच्चस्तरीय बैठक में डीसी अभिषेक जैन, वन निगम के प्रबंध निदेशक जेएस वालिया सहित वन, पुलिस, आबकारी व कराधान और ट्रासपोर्ट विभाग के आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया। वन निगम के उपाध्यक्ष केवल पठानिया ने कहा कि बार्डर एरिया पर जितने भी बैरियर है, उन्हे और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा ताकि बिरोजा की तस्करी पर प्रभावी तरीके से नकेल कसी जा सके। उन्होंने कहा कि बिरोजे की तस्करी रोकने के लिए सरकार अत्यंत गंभीर है और बैरियरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का सुझाव भी सरकार के विचाराधीन है। हमीरपुर, ऊना व नूरपुर क्षेत्रों में बिरोजे की तस्करी रोकने के लिए संयुक्त मुहिम भी चलाई जाएगी। ऊना में वन विभाग के उड़न दस्ते के लिए प्राइवेट वाहन किराये पर लेने को स्वीकृति दी गई है। विभाग में वाहनों की कमी को देखते हुए कैंपा के तहत नए वाहन खरीदने की अनुमति ली जाएगी। बिरोजे की तस्करी व लकड़ी व वन उत्पादों की चोरी की सूचना देने वालों को नकद पुरस्कार देने पर भी सरकार विचार कर रही है। कुल्लू जिला के शमशी व कागड़ा जिला के बैजनाथ में बंद पड़ी निगम की फर्नीचर फैक्ट्रियों को पुन: शुरू किया गया है। प्रदेश मंत्रीमंडल ने वन निगम में चतुर्थ श्रेणी के 100 पद भरने को पिछले दिनों स्वीकृति प्रदान की है। इस अवसर पर वन निगम के विपणन निदेशक नागेश गुलेरिया, कार्यकारी निदेशक एसके शर्मा, निदेशक उत्तरी क्षेत्र आरएस बनियाल, अरण्यपाल हमीरपुर वृत्त प्रदीप ठाकुर, डीएम हमीरपुर सुधीर शिवाल, डीएम धर्मशाला वीके खट्टा, डीएम फतेहपुर एलसी पटियाल, डीएम ऊना आरएस पटियाल, डीएफओ ऊना आरके डोगरा, सहायक आबकारी व कराधान आयुक्त राजीव डोगरा, एएसपी वीरेंद्र ठाकुर, संजीव सैणी व ट्रासपोर्ट विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।