पांच साल से सक्रिय था कंप्यूटर चोर गिरोह
जागरण संवाददाता, ऊना : जिला पुलिस की ओर से हरियाणा से पकडे़ गए अंतराज्जीय कंप्यूटर चोर गिरोह का नेटवर्क पूरे उत्तरी भारत में फैला हुआ था। इन आरोपियों ने न केवल हिमाचल को निशाना बनाया था बल्कि चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब भी अछूते नहीं थे। मौज मस्ती के साथ-साथ गिरोह के लोग वीआइपी बनकर कंप्यूटर के प्रमुख शो रूम की रैकी करते थे और रात को वारदात को अंजाम दे देते थे। कंप्यूटर चोर गिरोह के दो प्रमुख सदस्यों ने अहम खुलासे किए हैं। इस गिरोह के लोग उत्तर भारत में ही कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों को निशाना बनाते थे, जिनमें हिमाचल के सोलन में भी वे चोरी कर चुके थे। ऐश-ओ-आराम के लिए उन्होंने इस रास्ते को चुना था। ऐसी दुकानों पर उनकी नजर होती थी जहां चोरी की वारदात को आराम से अंजाम तक पहुंचाया जा सके। चोरी में वे लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल करते थे ताकि किसी को कोई शक भी नहीं हो पाए। हिमाचल में भी ऐसी गाड़ियों में टूरिस्ट की वेशभूषा में आकर वारदात को आसानी से अंजाम पहुंचाते थे। चोरी के माल को ठिकाने लगाने के बाद मौज मस्ती भी करते थे। अधिकांश सामान को वे चोर बाजार दिल्ली में बेचते थे।
इस गिरोह को काबू करने में सदर पुलिस चौकी प्रभारी हरीश गुलेरिया ने अहम भूमिका निभाई है। गिरोह के लोगों ने ऊना में भी एक दुकान पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस टीम ने बुधवार को आरोपियों को हरियाणा के हिसार से गिरफ्तार किया था। इस मामले में प्रमुख आरोपियों संजीव कुमार पुत्र सुरेंद्र कुमार निवासी मकान नंबर 27 आदर्श नगर हिसार व प्रेम जीत पुत्र अमरजीत सिंह निवासी गाव व डाकघर लख्तमल तहसील व जिला सिरसा हिसार साथ मिलकर इन वारदातों को अंजाम देते थे और कई दुकानदारों के माध्यम से चोरी के कंप्यूटरों की बिक्री करते थे। इस गिरोह में कई लोग खरीदार और कई लोग उनका साथ देने वाले भी होते थे। करीब पांच साल से यह गिरोह इस काम में लगा हुआ था। पांच साल से दो दर्जन से भी अधिक प्रमुख शो रूमों में चोरी की वारदातों में हाथ होने की बात कबूल कर चुके इस गिरोह के दो प्रमुख लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने फरवरी में ऊना में हुई कंप्यूटर की दुकान पर चोरी के मामले में छानबीन शुरू की थी। सुरागों के आधार पर पुलिस ने छह अगस्त को हिसार में एक दुकान तलाशी ली तो दुकान से उपरोक्त अभियोग में चोरी हुआ एक लैप टॉप बरामद हुआ था।