बाल स्वास्थ्य योजना के लिए उपलब्ध नहीं हुई ट्रांसपोर्ट सुविधा
संवाद सूत्र, अर्की : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत लगाए गए वाहनों के उपलब्ध न होने से बच्चों
संवाद सूत्र, अर्की : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत लगाए गए वाहनों के उपलब्ध न होने से बच्चों का स्वास्थ्य नहीं जांचा जा सका है। चिकित्सकों व अन्य सहयोगी स्टाफ, अस्पतालों, विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों तक बच्चों के स्वास्थ्य की जाच के लिए आवाजाही की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। इसके चलते बच्चों के स्वास्थ्य जांच नहीं हो पा रही है। यह कहना है चेयरमैन अनुसूचित एवं अन्य पिछड़ा वर्ग तालमेल कमेटी के प्रधान राकेश बरार का।
राकेश बरार ने एक शिकायत पत्र केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भेजा है। इसमें लिखा है कि मार्च 2016 में बच्चों की स्वास्थ्य की जांच व दवा वितरण के लिए केंद्रीय सरकार द्वारा प्रदेश में एक योजना शुरू की गई थी। योजना के तहत स्कूलों एवं आगनबाडी केंद्रों में बच्चों के स्वास्थ्य जाच के लिए नियुक्त किए गए चिकित्सकों व अन्य संबंधित स्टाफ को अस्पताल से लाने ले जाने के लिए वाहनों को विभिन्न स्थानीय ठेकेदारों के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया था। इसी प्रक्रिया में अर्की अस्पताल में भी चिकित्सकों व सहयोगियों को लाने ले जाने के लिए उपायुक्त सोलन द्वारा निर्धारित मूल्य पर वाहन उपलब्ध करवाए गए थे, लेकिन जून 2016 में निदेशक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना प्रदेश द्वारा हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में वाहन उपलब्ध करने के लिए चंडीगढ़ स्थित एक कंपनी को टेंडर दिया गया, जबकि स्थानीय ठेकेदार सरकारी रेट पर वाहन उपलब्ध करवा रहे थे। उन्होंने कहा कि इस टेंडर के होने के बाद एक अप्रैल 2017 से आज तक वह कंपनी वाहन सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाई है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य की जांच भी नहीं हो पा रही है तथा योजना में लगे चिकित्सक व सहयोगी अस्पतालों में बैठे हैं। बरार का कहना है कि उपायुक्त द्वारा रेट फिक्स कर 2016 में जो लोकल ठेकेदारों द्वारा जो वाहन लगाए गए थे उन्हें पुन: अस्पतालों में लगाया जाए।