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सरकार व प्रशासन के खिलाफ निकाला गुब्बार

जागरण संवाददाता, सोलन : जिला के सबसे बड़े अस्पताल सोलन में चिकित्सकों सहित नर्सिग एवं अन्य पैरा मे

By Edited By: Published: Wed, 29 Jun 2016 05:57 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2016 05:57 PM (IST)

जागरण संवाददाता, सोलन : जिला के सबसे बड़े अस्पताल सोलन में चिकित्सकों सहित नर्सिग एवं अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी के खिलाफ बुधवार को शहरवासियों को गुस्सा सरकार व प्रशासन के खिलाफ गुब्बार निकलकर फूट पड़ा। नाराज बाजार के व्यापारी एवं स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए और सरकार सहित स्वास्थ्य मंत्री एवं स्थानीय मंत्री व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। सोलन अस्पताल में अव्यवस्थाओं के खिलाफ लोगों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया और यहां स्टाफ की कमी दूर करने की मांग की। बाद में इन्होंने उपायुक्त से मिलकर यहां अस्पातल में लोगों को पेश आ रही समस्या बताई और सोलन से कैबिनेट मंत्री धनीराम शांडिल का घेराव करने की चेतावनी भी दी।

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जानकारी के अनुसार मंगलवार रात को सोलन के एक व्यापारी अतुल को हार्ट अटैक पड़ा, जिस कारण परिजन उन्हें तुरत क्षेत्रीय अस्पताल ले गए, लेकिन वहा पर संबंधित बीमारी का चिकित्सक ही उपलब्ध नहीं था। ऐसे में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात सर्जन ने मरीज को प्राथमिक उपचार देने के बाद पीजीआइ चंडीगढ़ के लिए रेफर किया। यहीं से विवाद खड़ा हुआ, जब उस समय मरीज को पीजीआइ ले जाने के लिए कोई भी एंबुलेंस नहीं थी। इस पर रोगी के परिजनों ने अस्पताल से रेडक्रॉस की एंबुलेंस को चंडीगढ़ भेजने की मांग की, लेकिन उन्हे बताया गया कि उपायुक्त की इजाजत के बगैर रेडक्रॉस की एंबुलेंस कहीं भी नहीं जा सकती है। इससे अतुल के परिजन व मौके पर उपस्थित अन्य व्यवसायी बिफर गए कि रात के समय कहां से उपायुक्त की मंजूरी लेकर आएं।

बताया जाता है कि उस समय 108 एंबुलेंस किसी अन्य मरीज को लेने के लिए बाहर गई हुई थी, जो काफी देर बाद वापस आई और फिर उसमें मरीज को चंडीगढ़ ले जाया गया।

ऐसे में अस्पताल की अव्यवस्थाओं एवं प्रशासन से क्षुब्ध सोलन व्यापार मंडल के सदस्य बुधवार सुबह लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में एकत्रित हुए और आगे की रणनीति तैयार की। बैठक में सभी ने एकमत से तय किया कि जनहित में इस मुद्दे पर आंदोलन शुरू करना होगा, क्योंकि शहर के लोग इस संदर्भ में मांग व ज्ञापन कई बार दे चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस है। इसके बाद सभी लोगों ने एकत्र होकर रेस्ट हाउस से लोअर बाजार होते हुए चौक बाजार तक और वहां से अपर बाजार, बस स्टेंड से माल रोड होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक रोष रैली निकाली। इसमें प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री और जिला प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की गई। बाद में प्रदर्शनकारी उपायुक्त कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए और जब काफी देर तक प्रशासन को कोई अधिकारी उनसे मिलने नहीं आया तो वे स्वयं उपायुक्त से बात करने चले गए। इस पर उपायुक्त राकेश कंवर ने उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी मांग को सरकार तक पहुंचाया जाएगा।

बाद में इन लोगों ने निर्णय लिया कि सोलन अस्पताल की समस्याओं को लेकर सरकार के कान खड़े करने के लिए रोजाना शहर में प्रदर्शन किया जाएगा और इसमें शहर के स्थानीय लोगों सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्रों प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। इस कड़ी में स्थानीय मंत्री का भी घेराव किया जाएगा।

प्रदर्शन में सोलन नगर परिषद के प्रधान पवन गुप्ता, सोलन व्यापार मंडल के अध्यक्ष कुशल जेठी, अपर बाजार एसोसिएशन के अक्षय वर्मा, मुकेश गुप्ता, धर्मेद्र ठाकुर, राहुल गोयल, रोहित बट्टू, मुकेश शर्मा सहित अन्य ने भाग लिया।


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