महंत फिर दो दिन के पुलिस रिमांड पर
जागरण संवाददाता, सोलन : गुजरते राष्ट्रीय राजमार्ग कालका-शिमला के अंतर्गत जिला की अंतिम सीमा पर शालाघ
जागरण संवाददाता, सोलन : गुजरते राष्ट्रीय राजमार्ग कालका-शिमला के अंतर्गत जिला की अंतिम सीमा पर शालाघाट में बने देवी मंदिर में हुई लूटपाट व हत्या की घटना पुलिस के लिए अभी भी पहेली ही बनी हुई है और जांच टीम द्वारा अंधेरे में ही तीर मारे जा रहे हैं। कहने को तो पुलिस ने संदेह के आधार पर मंदिर के मुख्य पुजारी को ही गिरफ्तार किया है, लेकिन उससे भी खास नहीं उगलवा पाई है। ऐसे में स्थानीय लोग चर्चा करने लगे हैं कि क्या यह मामला भी यहां के पिछले षड्यंत्रों की तरह लटका ही रह जाएगा। पुलिस ने आरोपी महंत उदय चेतन गिरि को वीरवार को न्यायालय में पेश कर फिर से दो दिन के रिमांड पर लिया है, लेकिन अभी तक पुख्ता कोई सुबूत नहीं मिले हैं।
रविवार को कंडाघाट उपमंडल के तहत देवी मंदिर शालाघाट में सुबह सवेरे ही किन्हीं पांच अज्ञात लोगों ने मंदिर के दो पुजारियों के साथ मारपीट कर करीबन 25 हजार रुपये की लूट की थी। यह लोग दोनों को पीटने के बाद रस्सियों से बांधकर फरार हो गए थे, जिनमें से युवा साधु मनोज गिरि की मौत हो गई थी। मुख्य महंत उदय चेतन गिरि भी चोटिल थे। पुलिस ने सारी घटना के प्रत्यक्षदर्शी महंत के बयान लिए और जांच शुरूकी, लेकिन निकला कुछ खास नहीं। इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर मुख्य पुजारी को ही गिरफ्तार कर लिया और रिमांड पर लेकर अब भी पूछताछ की जा रही है।
बताया जाता है कि पुलिस को इस पूछताछ से भी कुछ हासिल नहीं हुआ है और महंत द्वारा घटना की वही कहानी दोहराई जा रही है। पुलिस को हत्या में प्रयुक्त हथियार या अन्य कोई सुराग भी नहीं मिला है, जिससे जांच आगे किसी एक दिशा में बढ़ सके। पुलिस के पास अब सिर्फ मृतक व महंत के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल व मंदिर में आने-जाने वाले के कुछ संपर्क सहित मिली जानकारियां है, जिनके आधार पर आगे बढ़ने का प्रयास किया जा रहा है।
डीएसपी मुख्यालय अमित शर्मा ने कहा कि महंत उदय चेतन गिरि को फिर से पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर लिया गया है और गहनता से जांच की जा रही है।