टीबी के लक्षण व बचाव की जानकारी दी
जागरण प्रतिनिधि, सोलन : जिला परिषद के सदस्यों, खंड विकास अधिकारियों और अन्य विभागों के अधिकारियों को
जागरण प्रतिनिधि, सोलन : जिला परिषद के सदस्यों, खंड विकास अधिकारियों और अन्य विभागों के अधिकारियों को टीबी, बिगड़ी हुई टीबी और अत्यंत भयानक टीबी के प्रति स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने जागरूक किया। इस दौरान प्रोजेक्टर के माध्यम से इस बीमारी के लक्षणों, बचाव व निदान की जानकारी दी गई। जनप्रतिनिधियों से अपील की गई कि वह इस बीमारी की रोकथाम के लिए अपने क्षेत्रों से पहल करें। उपायुक्त मदन चौहान ने भी जनप्रतिनिधियों से रोग के बारे में आम लोगों को जागरूक बनाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि पहली अप्रैल 2015 से स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले की प्रत्येक पंचायत में क्षयरोग के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चलाया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सोलन के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय सिंह ने तपेदिक रोग के संबंध में प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुति दी। जिला के पाच चिकित्सा खंडों नालागढ़, धर्मपुर, अर्की, सायरी और चंडी द्वारा तपेदिक रोग के उन्मूलन की दिशा में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सामान्य टीबी का इलाज छह से नौ माह में संभव, एमडीआर (मल्टी ड्रग रेसिस्टैंट) टीबी का इलाज 24 माह, जबकि अत्यंत भयानक टीबी एक्सडीआर (एक्सटेंसिवली ड्रग रेसिस्टेंट) टीबी का इलाज 30 माह में संभव हो पाता है। इसलिए जितना जल्दी हो लक्षण नजर आने पर इसकी जांच और इलाज करवाएं। इसका इलाज सरकारी अस्पतालों में निशुल्क होता है। विभाग ने टीबी के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए शहर के आसपास की कई पंचायतों में बड़े बोर्ड भी लगाए हैं।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष शीला, उपाध्यक्ष हरदीप सिंह ठाकुर, विभिन्न जिला परिषद सदस्य और पंचायत प्रतिनिधियों सहित, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी संदीप नेगी, चिकित्सा अधिकारी डॉ. उदित कुमार, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।