आखिर महिला कामगारों को मिल गया आशियाना
संवाद सहयोगी, बद्दी : हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े उद्योग संघ की मेहनत आखिर रग लाई और संस्था के समर्
संवाद सहयोगी, बद्दी : हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े उद्योग संघ की मेहनत आखिर रग लाई और संस्था के समर्पण और निष्ठा से बीबीएन की महिला वर्करों को आशियाना मिल ही गया। मातृशक्ति की आवास व्यवस्था को सशक्त करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में बद्दी के निकट झाड़माजरी में 6 करोड़ की लागत से महिला कामगार हॉस्टल का निर्माण किया गया था जिसमें उद्योगों की ओर से सवा करोड़ से ज्यादा का हिस्सा दिया जाना था। पहले यह प्रोजेक्ट एचडीएमए दवा निर्माता उद्योग संघ के हाथों में था लेकिन जब वह इसे सिरे न चढ़ा सके तो सरकार ने इसे उद्योग संगठन बीबीएनआईए को स्थानातरित कर दिया। बीबीएन इडस्ट्रीज एसोसएिशन ने छह माह के भीतर ही राज्य सरकार को परिणाम दे दिए और इसको आवेदकों के सुपुर्द कर दिया।
महिला हॉस्टल का शिलान्यास मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अक्टूबर 2013 में किया था लेकिन डेढ़ साल तक इसे पूरा नहीं किया जा सका। एचडीएमए द्वारा हाथ खड़े कर दिए जाने के बाद उप निदेशक अंशुल धीमान ने सभी उद्योग संगठनों की बैठक करके इस योजना को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई और इसकी जिम्मेदारी बीबीएन उद्योग संघ को सौंपी। हॉस्टल को चलाने का काम देख रहे बीबीएनआईए के वरिष्ठ सदस्य व हॉस्टल संचालित संस्था दून इफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक जेजी गोयल ने बताया कि हमने 6 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट को छह माह में पूरा कर महिला कामगारों के सुपुर्द कर दिया। गोयल ने कहा कि हमने पहले चरण में 14 कमरों को छह कंपनियों को आवंटित कर दिया है जिसकी चाबियां उद्योग निदेशक राजेंद्र ठाकुर ने उद्यमियों को सौंपी है। बाकी बचे कमरों को भी शीघ्र उद्योगों को आंटित कर दिया जाएगा।
दून इफ्रास्ट्रक्चर के अन्य निदेश्कों राजेंद्र गुलेरिया व अनुराग पुरी आदि ने कहा कि बीबीएन इडस्ट्रीज एसोसिएशन स्थानीय प्रशासन व उद्योग विभाग के साथ मिलकर औद्योगिक व सामाजिक विकास के कृतसंकल्प है। संघ को जो भी योजनाएं पीपीपी मोड के तहत मिली हैं उस पर सकारात्मक काम हो रहा है।