कृषि वैज्ञानिक डॉ. हंचिनाल ने देखा मॉडल फार्म
संवाद सहयोगी, सोलन : अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कृषि वैज्ञानिक एवं पौधा किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. रायप्पा रामप्पा हंचिनाल ने 27 व 28 जुलाई को डॉ. वाइएस परमार बागवानी एवं वानिकी विवि नौणी का दौरा किया। विवि के उपकुलपति डॉ. विजय सिंह ठाकुर ने डॉ. हंचिनाल का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय में प्राधिकरण के तत्वाधान में चल रही योजनाओं और मॉडल फार्म का अवलोकन किया और विवि द्वारा बागवानी विकास के लिए किए जा रहे कार्यो की सराहना की।
विवि के विभागाध्यक्षों एवं अन्य वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए डॉ. हंचिनाल ने प्राधिकरण की गतिविधियों की जानकारी दी। विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. एनबी सिंह ने वानिकी में चिलगोजा, छरमा और बागबानी में संतरा वर्गीय फसलों पर जीन निधि स्थापित करने के लिए नई परियोजनाएं स्वीकृत करने का आग्रह किया। डॉ. कुलवंत राय व डॉ. संजीव ठाकुर ने औषधीय पौधों एवं वानिकी फसलों में पासपोर्ट डाटा तैयार करने के लिए नई परियोजनाओं का खाका प्रस्तुत किया। डॉ. हंचिनाल ने विवि को पौधा किस्म एवं कृषक अधिकार अधिनियम 2001 के तहत विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किस्मों के पंजीकरण की राय दी। उन्होंने इस अधिनियम में निहित कृषकों के अधिकारों की जानकारी दी और फलों, सब्जियों व फूलों में किसानों द्वारा अपने स्तर पर विकसित किस्मों को उन्हीं के नाम से पंजीकृत करने के लिए परियोजना बनाने की सलाह दी और इसके लिए प्राधिकरण के संपूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि जिस किसान ने नई किस्म खोजी या विकसित की हो, उसे वह उसी प्रकार अपने नाम से पंजीकृत कर सकता है, जैसे वैज्ञानिक करते हैं। उन्होंने विवि के मशोबरा स्थित केंद्र का दौरा किया और यहां सेब, नाशपाती व चेरी के डीयूएस परीक्षण केंद्रों का भी निरीक्षण किया और इन केंद्रों की कार्य प्रगति पर संतोष जाहिर किया।