बाल मजदूरी पर जिला प्रशासन सख्त
संवाद सहयोगी, सोलन : उपायुक्त मदन चौहान ने कहा कि बाल श्रम करवाना कानूनन जुर्म है और नियोक्ता को बाल मजदूरी (बचाव व विनियम) अधिनियम के तहत सख्त सजा का प्रावधान है। वह सोमवार को उपायुक्त कार्यालय में आयोजित बाल मजदूरी टास्ट फोर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
चौहान ने कहा कि 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों को किसी प्रकार के शारीरिक श्रम में नियुक्त करना अपराध है। 14 से 18 साल के बच्चों से दिन में पाच घटे से अधिक श्रम नहीं करवाया जा सकता। उन्होंने बाल मजदूरी के मामले प्रकाश में आने पर चिंता जाहिर की है और नियोक्ताओं को आगाह किया कि 14 साल तक आयु के बच्चों को किसी भी हालत में मजदूरी पर तैनात न किया जाए। चौहान ने टास्क फोर्स के सदस्यों से कहा कि बाल मजदूरी का कोई भी मामला प्रकाश में आता है, तो उसी वक्त कार्रवाई की जाए। इसके लिए पुलिस की मदद लेकर प्राथमिकी दर्ज करवाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि जिला में बाल मजदूरी के कुछ मामले पंजीकृत हुए थे, जिनमें आवश्यक कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि जिला के शहरी क्षेत्रों में गर्मियों के दौरान बाहरी प्रदेशों से कुछ महिलाएं या अभिभावक छोटे-छोटे बच्चों को भीख मागने के लिए छोड़ देते हैं, इस प्रकार के चलन से जहा स्थानीय लोगों को परेशानी होती है, वहीं जिला में आने वाले पर्यटक भी प्रभावित होते हैं। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा।
जिला श्रम अधिकारी प्रताप सिंह वर्मा ने कहा कि बाल मजदूरी को रोकने के लिए जिला के विभिन्न भागों में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला पुलिस ने विगत नवंबर माह के दौरान जिला में बाल मजदूरी के मामले उजागर करने के लिए विशेष अभियान चलाया था। इस दौरान विभिन्न रेस्तरा, ढाबे, दुकानें और घरों में व्यापक पैमाने पर तलाशी ली गई और चार मामले प्रकाश में आए जिन्हें चाइल्ड लाइन को आगामी कार्रवाई के लिए सौंपा गया। इसी तरह का अभियान बद्दी पुलिस द्वारा भी चलाया गया था।
जिला टास्क फोर्स सदस्यों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पदमचंद, संयुक्त निदेशक व जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरुण भारद्वाज, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र तेगटा, जिला कल्याण अधिकारी बीएस ठाकुर व चाइल्ड लाइन से नीलम मेहता, अमनदीप व निर्मल शर्मा के अलावा जिला खाद्य व आपूर्ति नियंत्रक जेएस वर्मा, रिंचेन नेगी, विनोद सिंह, सुरेंद्र व ललित मोहन उपस्थित थे।