पतंजलि योगपीठ मामले में बिंदल के पीए से पूछताछ
जागरण संवाददाता, सोलन : साधुपुल में बाबा रामदेव को पतंजलि योगपीठ के लिए दी गई भूमि के मामले में पुलिस ने तत्कालीन सरकारी अधिकारियों व शामिल अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सोमवार को कंडाघाट पुलिस ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव बिंदल के निजी सहायक (पीए) सहित अन्य लोगों को भी कंडाघाट थाने में तलब कर पूछताछ की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पदम चंद ने जांच टीम के साथ बिंदल के पीए डीपी महाजन के अलावा तत्कालीन नायब तहसीलदार कंडाघाट, वहां के कार्यालय कानूनगो, उस समय कंडाघाट तहसील कार्यालय में अधीक्षक रहे अधिकारी और तत्कालीन ग्रामीण राजस्व अधिकारी साधुपुल से भी पूछताछ की।
पुलिस ने इस संदर्भ में पहले ही पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण व अन्य पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है, जिनसे कई बार यहां बुलाकर पूछताछ की जा चुकी है। इसके बाद अब पुलिस उस समय भूमि की लीज डीड बनाने में शामिल रहे स्थानीय अधिकारियों को भी घेरने लगी है। सोमवार को सभी लोग मामले की जाच के दौरान पुलिस के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हुए, जिसमें उन्होंने पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए।
गौर हो कि पूर्व भाजपा सरकार ने बाबा रामदेव को साधुपुल में पतंजलि योगपीठ बनाने के लिए लगभग 95 बीघा भूमि लीज पर दी थी, जिसका कांग्रेस ने उस समय भी विरोध किया था। बाद में कांग्रेस के सत्ता में आने पर इसकी जांच की गई और मामले में अनियमितता पाए जाने पर इस संदर्भ में एफआईआर दर्ज की गई। अब पुलिस इसे लेकर विभिन्न लोगों से पूछताछ की जा रही है, जिसके चलते बिंदल के पीए व उस समय कंडाघाट में कार्यरत राजस्व व सरकारी अधिकारियों को भी थाने में बुलाया गया। पुलिस अधीक्षक रमेश छाजटा ने कहा कि मामले में एएसपी पदम चंद जांच कर रहे हैं, जिन्होंने बिंदल के पीए सहित अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था।