मनरेगा ने बदली ग्रामीण क्षेत्र की तस्वीर
संवाद सूत्र, नैनाटिक्कर : जिला सिरमौर के पच्छाद विकास खंड की 30 पंचायतों में चालू वित्त वर्ष में मनर
संवाद सूत्र, नैनाटिक्कर : जिला सिरमौर के पच्छाद विकास खंड की 30 पंचायतों में चालू वित्त वर्ष में मनरेगा ने ग्रामीण विकास की तस्वीर बदल दी है। खंड की 30 पंचायतों में मनरेगा के तहत छह करोड़ रुपये का बजट खर्च किया गया है। इसके चलते खंड की 30 पंचायतों में तकरीबन दो लाख 15 हजार मजदूर दिवसों का सृजन किया गया है। विभागीय सूझबूझ से क्षेत्र में मनरेगा के तहत ऐसे अधिक कार्यो को किया गया है, जिसमें लोगों को रोजगार मिल सके। आंकड़ों की यदि बात की जाए तो 20 मार्च तक पच्छाद विकास खंड की 30 पंचायतों में मनरेगा के तहत पांच करोड़ 49 लाख का भुगतान किया जा चुका है। तीन करोड़ 47 लाख 86 हजार रुपये मजदूरी का भुगतान किया गया है। एक करोड़ 84 लाख का भुगतान निर्माण सामग्री के लिए हुआ है।
खंड की जामन की सैर ग्राम पंचायत मनरेगा के बजट खर्च करने में सबसे अव्वल रही है। पंचायत ने 70 लाख के करीब मनरेगा का बजट खर्च किया है, जबकि नैनाटिक्कर ग्राम पंचायत में 12 लाख रुपये की धनराशि खर्च हुई है। महलोग लालटिक्कर ग्राम पंचायत मनरेगा के बजट खर्च करने में सबसे पीछे रही है। इस पंचायत में पूरे वित्तीय वर्ष में मात्र साढ़े पाच लाख रुपये खर्च हुए हैं। वहीं, कई पंचायतों में समय पर मजदूरी नहीं मिलती है, जिससे मजदूर काम करने से कतराते हैं, जो पंचायतें मजदूरों का पैसा दिलाने के लिए प्रयासरत रहती हैं, वहा मनरेगा पंचायत की तस्वीर बदल रही है। पच्छाद विकास खंड अधिकारी सोनू गोयल ने बताया कि मनरेगा के विकास के लिए बजट की कोई कमी नहीं है। अगले वर्ष में खंड की 30 पंचायतों में 15 करोड़ रुपये का बजट खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है।