ब्रांडेड दवा लिखने वाले 50 डॉक्टरों को चेतावनी
राज्य ब्यूरो, शिमला : मरीजों को ब्रांडेड दवाएं लिखने वाले डॉक्टरों पर लगाम लगाने के लिए स्वास्थ्य
राज्य ब्यूरो, शिमला : मरीजों को ब्रांडेड दवाएं लिखने वाले डॉक्टरों पर लगाम लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। विभाग ने ऐसे 50 डॉक्टरों को चेतावनी जारी की है। पहले इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था, लेकिन इनका जबाव संतोषजनक नहीं लगने पर चेतावनी जारी की है। विभाग ने साफ कहा है कि यदि इनमें से कोई भी डॉक्टर दोबारा मरीजों को ब्रांडेड दवाएं लिखता हुआ पाया जाता है तो उसे चार्जशीट किया जाएगा और इसकी प्रदेश सरकार को भेजी जाएगी। जिलों से मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा भेजी ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया है कि कांगड़ा के 30, कुल्लू के आठ और सोलन के 12 डॉक्टरों ने मरीजों को जेनेरिक की बजाय ब्रांडेड दवाएं लिखी हैं।
प्रदेश सरकार ने मरीजों को सस्ती दवाएं मुहैया करवाने के लिए अस्पतालों जन औषधि केंद्र खोले हैं चार से पांच साल बाद भी प्रदेश सरकार की यह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई है। इसका बड़ा कारण डॉक्टरों द्वारा मरीजों को ब्रांडेड दवाएं लिखना है। हालांकि प्रदेश सरकार ने डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएं लिखने के निर्देश दिए थे। अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने भी डॉक्टरों को जेनेरिक दवा लिखने के निर्देश दिए हैं, लेकिन कई डॉक्टर इन निर्देशों को दरकिनार कर ब्रांडेड दवाएं लिख रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गए कारण बताओ नोटिस के जवाब में कुछ डॉक्टरों ने तर्क दिया है कि मरीज को आराम न मिलने के कारण दवा बदलकर लिखी थी।
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कौन डॉक्टर क्या दवा लिख रहा है इसकी जांच के लिए प्रिस्क्रीप्शन रजिस्टर का ऑडिट शुरू किया गया है। विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि जो डॉक्टर ब्रांडेड दवाएं लिखता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसी के चलते विभाग ने इन डॉक्टरों को चेतावनी जारी की है।
-कौल सिंह ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री।