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बेमौसमी बारिश से करोड़ों पानी

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला में इस बार बेमौसमी बारिश से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। बा

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 May 2017 01:01 AM (IST)Updated: Tue, 30 May 2017 01:01 AM (IST)
बेमौसमी बारिश से करोड़ों पानी
बेमौसमी बारिश से करोड़ों पानी

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला में इस बार बेमौसमी बारिश से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। बारिश, ओलावृष्टि और तूफान से सबसे अधिक कृषि-बागवानी को करीब 109 का नुकसान हुआ है। करीब 80 लाख रुपये की निजी संपत्ति का नुकसान लोगों को झेलना पड़ा है। बारिश से लोक निर्माण विभाग की सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिसमें करीब 11 करोड़ का नुकसान आंका गया है। चार निजी मकान सहित कई गोशालाओं को क्षति पहुंची है।

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जिले में अभी तक हुई बारिश से बागवानी को सबसे अधिक नुकसान 97 करोड़ का नुकसान पहुंचा है। गुठलीदार फल व सेब की फसल ओलावृष्टि ने तबाह कर दी है। सेब के बगीचों में पत्ते भी अब पेड़ों पर नजर नहीं आ रहे हैं। बागवानों को अब साल भर का खर्च चलाने की चिंता सता रही है। जबकि कृषि क्षेत्र में जिला में करीब 11 करोड़ का नुकसान हुआ है। ठियोग, रोहडू, मशोबरा, कुमारसैन में गेहूं, टमाटर, शिमला मिर्च और अन्य नकदी फसलें भी बारिश और ओलावृष्टि से स्वाह हो गई है। जिला की अधिकतर सड़कें बरसात की वजह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। कई स्थानों पर सड़कों के किनारे मलबा आया, जिसे लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों से हटाने के लिए तुरत ही कार्य शुरू भी करवाया गया। इसके अलावा पानी के तेज बहाव के कारण सड़कों में गढ्डे आदि पड़ गए हैं और कई जगह तो सड़क के किनारे भूमि का कटाव शुरू हो गया है। अभी आने वाले दिनों में और बरसात की संभावना से इस नुकसान का आकड़ा बढ़ सकता है। इसके अलावा निजी संपत्ति को भी बरसात की वजह से काफी अधिक नुकसान हो चुका है। जिला के सुन्नी मे एक मकान के क्षतिग्रस्त होने से करीब 50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

इस वर्ष में पहली जनवरी से अब तक के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो जिला में प्राकृतिक आपदा ने 130 करोड़ निगल लिए हैं। जिसमें कृषि बागवानी सहित लोक निर्माण विभाग की सड़कें, आइपीएच विभाग की पाइपलाइन और अन्य निजी और सरकारी भवनों को नुकसान पहुंचा है।


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