इस बार सेब की होगी बंपर फसल
जितेंद्र मेहता, रोहड़ू एक माह से चल रहा मौसम इस बार सेब की बंपर फसल के लिए अनुकूल चल रहा है। इस मौस
जितेंद्र मेहता, रोहड़ू
एक माह से चल रहा मौसम इस बार सेब की बंपर फसल के लिए अनुकूल चल रहा है। इस मौसम से सेब की फसल के अनुसार चिलिंग आवर मिले हैं। आने वाले समय में मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश व हिमपात की चेतावनी है, जिससे सेब पौधों के स्पर अधिक विकसित होंगे।
विशेषज्ञों ने कहा कि सेब पौधों में अच्छी फसल के लिए 1200 से 1600 घंटे के चिलिंग आवर की आवश्यक्ता होती है और अब तक सेब पौधों को 800 से 900 चिलिंग आवर मिल चुका है। चिलिंग आवर सेब पौधों में हाने वाली उस क्रिया को वैज्ञानिक रूप से कहते है, जिसमें सेब के लिए माइनस पांच डिग्री का तापमान मिलता है और यह यह कम तापमान तभी संभव होता है, जब अच्छी बर्फबारी होती है। बीते साल कम हिमपात हुआ है, जिससे सेब पौधों को उचित चिलिंग आवर नहीं मिल पाया है। इस कारण प्रदेश के जिलों में कम सेब फसल हुई है। जब भी हिमपात होता है, तो सेब की अच्छी फसल होती आई है और इस बार भी बागवानों में अच्छे पड़ रहे हिमपात से अच्छी फसल की उम्मीद जगी है।
कीट और अन्य रोगों को मारने में भी हिमपात वरदान
सेब पौधों व जड़ों में पनपने वाले कई कीटाणु व कीटों की रोकथाम में भी हिमपात महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कई कीटों व कीटाणुओं के मरने से सेब का पौधा जहां स्वस्थ होता है, वहीं इससे कई कैंकर जैसे रोगों से भी बागवानों को निजात मिलती है। अच्छी बर्फबारी से सेब के पौधों के कई कार्य जैसे उर्वरकों की घुलनशीलता और तौलिये के कार्य भी सफलता से पूरे होते हैं।
सेब के लिए अब तक 800 का चिलिंग आवर मिल चुका है। चिलिंग आवर 22 दिसंबर से 22 मार्च तक चलता है। इस दौरान इस बार अच्छी बर्फबारी होने के आसार है और सेब को आवश्यक 1600 घंटे का चिलिंग आवर मिलेगा।
डॉ. कुशाल मेहता, एचडीओ, चिढ़गांव