स्थायी नीति बनाओ और वोट पाओ
राज्य ब्यूरो, शिमला : हजारों एसएमसी शिक्षकों ने दो टूक कहा है कि सरकार हर साल सेवा विस्तार देने की ब
राज्य ब्यूरो, शिमला : हजारों एसएमसी शिक्षकों ने दो टूक कहा है कि सरकार हर साल सेवा विस्तार देने की बजाय स्थायी नीति बनाए। यदि सरकार एसएमसी शिक्षकों के लिए नीति बनाती है तो आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट देंगे। अन्यथा चुनाव में सहयोग नहीं करेंगे।
एसएमसी अध्यापकों की जगह तबादला कर नियमित अध्यापकों की नियुक्ति न करने की अधिसूचना को जल्द जारी करने की मांग एसएमसी एसोसिएशन ने की है। साथ ही तीन जनवरी को मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा कि एसएमसी शिक्षकों को अवकाश व वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा, जल्द लागू करने की मांग की है। एसएमसी टीचर एसोसिएशन के राज्य व जिला कार्यकारिणी की बैठक संजौली स्कूल में आयोजित की गई और इसमें एसएमसी अध्यापक-प्राध्यापक संगठन के राज्य अध्यक्ष अनिल पितान, महासचिव मनोज रोंगटा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमल जोशी, पवन नेगी व संयुक्त सचिव रोशन छिंटा ने शिरकत की। इस मौके पर मनोज ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा चार हजार अध्यापकों को एक साल के सेवाविस्तार की घोषणा की गई है। वह अध्यापकों के भविष्य के लिए तर्कसंगत नहीं है क्योंकि अध्यापकों को पिछले चार साल से यही सेवाविस्तार दिया जा रहा है। चार हजार एसएमसी शिक्षकों ने शिक्षा निदेशक से मांग की है कि उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए सेवाविस्तार या अनुबंध को स्थायी किया जाए ताकि अध्यापकों को बार-बार सेवा विस्तार की जरूरत न पड़े। मांगों के समर्थन में जल्द एसएमसी शिक्षक मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और शिक्षा निदेशक उच्चतर से मिलेंगे। बैठक में सिरमौर से शशिकांत, फौजी, भरत, रामपुर से शिशुपाल, सुनील, डिंपल, देहा से अनिता, यशपाल, कुपवी से अनिल राणा, कोटखाई से श्वेता शर्मा, विनोद, पंकज चौहान, कुल्लू से चुनी लाल, शशि, चंबा से अनूप कुमार, कांगड़ा से विकास, विशाल, करसोग से बेलाराम सहित अन्य अध्यापक मौजूद रहे।