पीसीसीएफ के नाम का फैसला 30 को
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश वन विभाग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल (पीसीसीएफ) सीपी वासुदेवा 30 सि
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश वन विभाग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल (पीसीसीएफ) सीपी वासुदेवा 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। नए पीसीसीएफ पद के लिए नए अधिकारी के नाम का फैसला उसी दिन होगा। कुर्सी हासिल करने के लिए अधिकारियों ने लाबिंग शुरू कर दी है।
पीसीसीएफ पद के लिए इस महीने के अंतिम दिन डीपीसी की मीटिग होनी है, जिसमें दिल्ली से भी वन विभाग के अधिकारी भाग लेंगे। हालाकि इस बार प्रदेश सरकार जूनियर बैच के आइएफएस अधिकारी को वन विभाग के मुखिया की कुर्सी सौंपे के फिराक में नहीं है। कारण यह है कि जब एसपी वासुदेवा को बनाया गया था, तो मामला सीएटी यानी केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल तक पहुचा। वासुदेवा से वरिष्ठ आइएफएस अधिकारी डीपी सिन्हा ने मामला कैट में दर्ज किया। सरकार ने 1982 बैच के आइएफएस अफसर एसपी वासुदेवा को मुखिया का तोहफा दिया गया, जबकि उनसे वरिष्ठ अधिकारी 1981 बैच के आइएफएस को पीसीसीएफ नहीं बनाया। हालाकि अभी भी 1981 बैच के सीएस सिंह भी सेवाएं दे रहे है। पीसीसीएफ एसपी वासुदेवा के बाद 1982 बैच के आईएफएस अधिकारियों में संजीव पाडे, हर्ष मित्र, अवतार सिंह व टीएस ठाकुर, 1983 बैच के जीएस गोरेया, यूके बेनर्जी व वाइल्ड लाइफ के पीसीसीएफ एसएस नेगी भी वन विभाग के मुखिया की दौड़ में शामिल है।