शिमला में सीटू के कार्यकर्ता गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला के मालरोड पर रविवार को सीटू के कार्यकताओं ने मजदूर दिवस पर अपनी मांगो
जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला के मालरोड पर रविवार को सीटू के कार्यकताओं ने मजदूर दिवस पर अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया। आक्रोशित सीटू के कार्यकताओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। सूचना मिलने पर पुलिस ने स्पेशल फोर्स मंगवाई और सीटू के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। सीटू कार्यकर्ताओं के खिलाफ सदर थाना में धारा 144 का उल्लंघन करना व आम जनता का रास्ता रोकना सहित गैर कानूनी तरीके से सभा कर धरना प्रदर्शन करने पर मामला दर्ज किया गया है।
रविवार को सीटू के कार्यकर्ताओं राजधानी शिमला के मालरोड पर पिछले 46 दिन से हड़ताल पर बैठे शौंगठोंग के मजदूरों के समर्थन में मजदूर दिवस उतर आए। सीटू के आंदोलन से मालरोड जाम हो गया। सैकड़ों मजदूर सीटू कार्यालय शिमला में एकत्रित हुए व रैली के रूप में एजी चौक से होते हुए मालरोड के स्कैंडल प्वाइंट पहुंचे व वहां धरने पर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस प्रशासन को इसकी भनक 20 मिनट बाद लगी। मालरोड पर धरना प्रदर्शन की सूचना मिलने पर 30 मिनट बाद सीटू के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शन व गिरफ्तारियों का नेतृत्व सीटू राज्य सचिव विजेंद्र मेहरा ने किया। इसके अलावा जिला सचिव बाबू राम, होटल यूनियन महासचिव विनोद बिरसांटा, पूर्ण चंद, बालक राम आदि भी इस मौके पर उपस्थित रहे।
सीटू राज्य सचिव विजेंद्र मेहरा ने कहा कि जिस तरह वर्ष, 1886 को पहली मई को अमरीका के शिकागो में मजदूर आंदोलन को कुचलने की कोशिश की गई थी वैसी ही कोशिश धारा 144 लगाकर शौंगठोंग में की जा रही है। प्रदेश सरकार तानाशाही कर रही है। 15 मार्च को हुए समझौते को लागू न करके बरबता फैला रहे हैं। मजदूरों को न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा है। पटेल कंपनी, ठेकेदारों, राजनेताओं व नौकरशाही का गठजोड़ मजदूरों का गला घोंट रहा है। ईपीएफ, मेडिकल, छुट्टियों आदि समस्याओं से पिछले चार साल से मजदूर जूझ रहे हैं परंतु श्रम विभाग मौन है। इसलिए मजदूर दिवस पर गिरफ्तारियां देकर प्रदेश सरकार की तानाशाही का विरोध किया जा रहा है।
शिमला का खुफिया तंत्र नाकाम
पुलिस को सूचना थी कि सीटू कार्यकर्ता सीटीओ के पास धरना प्रदर्शन देंगे लेकिन सीटू के कार्यकर्ताओं ने मालरोड पर धरना प्रदर्शन कर दिया। सीटू के एक धरना प्रदर्शन की जानकारी हासिल करने में शिमला पुलिस का खुफिया तंत्र नाकाम साबित रहा। इस कारण करीब पौने घंटे तक मालरोड पर पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।