स्कूल का चपरासी बच्चों को बेचता था नशीली दवाएं
जागरण संवाददाता, शिमला : डीएवी लक्कड़ बाजार में कार्यरत चपरासी संजय ठाकुर स्कूल पढ़ने वाले बच्चों को
जागरण संवाददाता, शिमला : डीएवी लक्कड़ बाजार में कार्यरत चपरासी संजय ठाकुर स्कूल पढ़ने वाले बच्चों को नशीली दवाओं की सप्लाई करता था। नशीली दवाइयों का एक पत्ता 150 रुपये से लेकर 200 रुपये में बेचता था। यह बात संजय ठाकुर ने पुलिस के सामने कबूल की है। पुलिस ने संजय को सोमवार देर रात एक अन्य युवक के साथ गिरफ्तार किया। चैकिंग के दौरान 48 कैप्सूल, 660 ग्राम चरस और भांग के बीज बरामद किए। दोनों आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
पहली बार किसी निजी स्कूल के चपरासी को पुलिस को पुलिस ने नशीली दवाइयों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस के पास कई शिकायतें आई थी कि स्कूलों के आसपास नशीली दवाएं बेचने वाले एजेंट सक्रिय हैं।
ऐसे करता संजय काम
संजय स्कूल में चपरासी के तौर पर 12 साल से सेवाएं दे रहा है। कई साल से भांग, चरस और नशीली दवाएं बच्चों को देता था। संजय अपने ही स्कूल के बच्चों को स्कूल के बाहर नशा बेचता था। स्कूल में सिर्फ आर्डर लेता था। बच्चों को उधार भी नशा बेचता था। जो बच्चे नशा करते थे, उनके दोस्तों को भी सप्लाई करता था। अन्य स्कूलों के बच्चे भी संजय से नशा खरीदने के लिए आते थे।
और को लगाओ लत
संजय आरोपी छात्रों को कहता था कि अन्य छात्रों को भी नशे के फायदे बताओ। लड़कों को नशे की आदत डालो। ऐसे करके वह सातवीं से लेकर जमा दो कक्षा के बच्चों को नशा बेचता था। वह रोजाना 1000 रुपये से अधिक नशीली दवाएं बेचता था। बच्चे संजय के बारे में किसी को भी सूचना नहीं देते थे।
स्कूल प्रबंधन भी सवालों के घेरे में
डीएवी स्कूल लक्कड़ बाजार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। 12 साल से चपरासी यहां पर कार्यरत था लेकिन स्कूल के स्टाफ को भनक ही नहीं थी कि संजय बच्चों को नशीली दवाइयों की सप्लाई भी करता है। ऐसे में स्कूल स्टाफ व प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इससे पहले बच्चों के रिजल्ट को लेकर स्कूल विवादों में आ चुका है। हाल ही में स्कूल के खिलाफ जिलाधीश में लिखित शिकायत अभिभावकों ने की है।
ऐसे पकड़ा पुलिस ने आरोपी
लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी ने कुछ दिन पहले स्कूली छात्र नशा करते हुए गिरफ्तार किए थे। उन्होंने पुलिस को संजय के बारे में सूचना दी थी। तब से पुलिस संजय पर नजर रखे थी। सोमवार को स्कूल से छुट्टी होने के बाद आरोपी कालका की ओर रवाना हुआ। पुलिस की टीम उस पर नजर रखे हुए थी। जब शाम को वापस आया तो पुलिस ने खुला मोड़ लक्कड़ बाजार के पास नाका लगाया हुआ था। इसी दौरान संजय और रमेश राणा को पुलिस ने गिरफ्तार किया। दोनों से नशीली दवाइयां बरामद हुई। आरोपी ने बताया कि कालका से नशीली दवाइयां खरीद कर लाते थे। दोनों आरोपी बुखारी क्षेत्र के निवासी हैं।
दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दो दिन का पुलिस रिमांड मिला है। ये स्कूल के बच्चों को नशीली दवाइयां बेचते थे। पुलिस को सूचना पिछले लंबे समय से थी लेकिन दोनों चकमा देकर कई बार फरार हो जाते थे। सोमवार रात को गश्त के दौरान संजय और रमेश राणा गिरफ्तार किए गए।
डीडब्ल्यू नेगी, पुलिस अधीक्षक शिमला
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उद्घोषित अपराधी गिरफ्तार
शिमला : सदर थाना के तहत पुलिस ने उद्घोषित अपराधी गिरफ्तार किया है। आरोपी दिनेश कुमार के खिलाफ वर्ष 2010 में दुर्घटना का मामला दर्ज हुआ था। जब मामले की सुनवाई शुरू हुई तो आरोपी ने कोर्ट की पेशी में जाना बंद कर दिया। कोर्ट ने उसे गिरफ्तार करने के आदेश जारी कर दिए लेकिन वह भागता रहा। सोमवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी कृष्णानगर में छिपा है। पुलिस ने तुरंत आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी को आगामी दो दिन तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।