स्कूली बच्चों को भोजन बांटने में भेदभाव पर होगी कार्रवाई
राज्य ब्यूरो, शिमला : मंडी जिला के तहत प्राथमिक स्कूल नवलाह व मुराह में अनुसूचित जाति के बच्चों को अ
राज्य ब्यूरो, शिमला : मंडी जिला के तहत प्राथमिक स्कूल नवलाह व मुराह में अनुसूचित जाति के बच्चों को अलग बिठाकर भोजन देने के मामले सामने आए थे। इसी तरह अनुसूचित जाति की जलवाहक महिलाओं के हाथ से कई शिक्षक पानी नहीं पीते हैं। एक तरफ नन्हे बच्चे हैं तो दूसरी ओर महिलाओं को अपमान झेलना पड़ था। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि इस तरह का भेदभाव करने वाले किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। स्कूली बच्चों को भोजन बांटने के मामले में भेदभाव हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सचिवालय में आयोजित हिमाचल प्रदेश कोली कल्याण बोर्ड तथा हिमाचल प्रदेश संत रविदास कल्याण बोर्ड की प्रथम बैठकों की अध्यक्षता करते हुए कहा कि बच्चों को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करना विकसित समाज की पहचान नहीं है। इसलिए ऐसा बर्ताव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने विद्यार्थियों को जात के आधार पर नहीं बल्कि रोल नंबर के आधार पर एक साथ मिड-डे मील वितरित करने के निर्देश दिए ताकि कोई भी विद्यार्थी अपमानित महसूस न करे। राज्य के कुछ स्कूलों व आगनवाड़ी केंद्रों में मध्यातर भोजन बाटने में अनुसूचित जाति समुदाय के विद्यार्थियों से भेदभाव के संबंध में कोली समाज और संत रविदास समुदायों के सदस्यों की शिकायतों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को समस्त स्कूलों व आगनवाड़ी केंद्रों में पुन: आदेश जारी करने को कहा है ताकि इस प्रकार के मामले न हो सकें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का भेदभाव अपराध है और दोषी अध्यापकों और आगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अनुसूचित जाति की महिलाओं के हाथ से पानी पीने से मना करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।