फार्म भरने को कर्मचारियों का इंतजार करते रहे विद्यार्थी
संवाद सहयोगी, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कर्मचारी विदाई समारोह में व्यस्त रहे और विद्या
संवाद सहयोगी, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कर्मचारी विदाई समारोह में व्यस्त रहे और विद्यार्थी फार्म भरने के लिए काउंटर पर खड़े होकर इंतजार करते रह गए। प्रदेश विवि में शनिवार को रूसा के तहत बीए दूसरे और चौथे सत्र में प्रवेश लेने की अंतिम तिथि थी। मगर हैरानी की बात है कि छात्रों को फार्म लेने के लिए काउंटर पर कोई नहीं मिला। इसके बाद जब छात्रों ने काउंटर के साथ लगते कार्यालय में संपर्क किया तो वहां पर उपस्थित कर्मचारी भी सीधे मुंह बात करने को तैयार नहीं थे। छात्रों को काउंटर पर ही किसी भी प्रकार की जानकारी लेने की बात कही जा रही थी, मगर पूछताछ काउंटर पर कोई भी नहीं था। इसके बाद विद्यार्थी यहां से वहां से भटकते रहे। कार्यालय में उपस्थित कर्मचारी कहने लगे कि सभी विदाई समारोह में गए हैं जब आएंगे तभी फार्म मिल पाएंगे। यहां तक पूछताछ कि काउंटर, माइग्रेशन और रेजिस्ट्रेशन फार्म काउंटर पर तो कोई भी कर्मचारी नजर नहीं आया। प्रवेश परीक्षा की अंतिम तिथि पर भी हजारों छात्र फार्म नहीं भर पाए। सुबह से लेकर छात्र काउंटर पर खड़े होकर काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे, मगर कोई नहीं आया।
विवि प्रशासन ने सभी कर्मचारियों कोविदाई समारोह में शामिल होने की अधिसूचना तो जारी कर दी, मगर छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करना भूल गया। ऐसे में पूरा दिन छात्रों को खड़े होकर निराशा ही हाथ लगी। आए दिन विवि में छात्रों को ऐसी समस्या का सामना करना पड़ता है। विवि में अव्यवस्था का यह आलम हर दिन देखने को मिलता है बाकी दिनों में भी कर्मचारी बिना किसी कारण ड्यूटी से अनुपस्थित रहते हैं।
छात्रों को परीक्षा फार्म या अन्य किसी जानकारी को पता करने के लिए ही विवि में पूछताछ कक्ष लगाए गए हैं, मगर इनका छात्रों को लाभ ही नहीं मिल पाता। प्रदेश विवि में दूरदराज क्षेत्रों से छात्र फार्म भरने के लिए आते हैं, मगर विवि में पूछताछ कक्ष पर भी किसी अधिकारी के न मिलने पर उनका पूरा दिन विवि के चक्कर काटने में चला जाता है। मगर विवि प्रशासन छात्रों की इस समस्या के प्रति गंभीर नहीं है।
विदाई समारोह में कर्मचारियों को जाने के लिए कोई आदेश जारी नहीं किए गए थे। ऐसे में काउंटर पर यदि कर्मचारी मौजूद नहीं थे तो इसकी जांच की जाएगी।
-प्रो राजेंद्र सिंह चौहान, प्रतिकुलपति हिमाचल प्रदेश विवि।