तारा देवी वन कटान का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
संवाद सहयोगी, शिमला : प्रदेश के बहुचर्चित तारादेवी वन कटान मामले में वांछित मुख्य आरोपी चंडीगढ़ के ह
संवाद सहयोगी, शिमला : प्रदेश के बहुचर्चित तारादेवी वन कटान मामले में वांछित मुख्य आरोपी चंडीगढ़ के होटल व्यवसायी अमरीक सिंह नागपाल ने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस उसे लंबे समय से तलाश कर रही थी। सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण के लिए पहुंचे नागपाल को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी ने बताया कि मंगलवार को नागपाल को कोर्ट में पेश किया जाएगा। नागपाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच और आगे बढ़ेगी।
तारादेवी वन क्षेत्र के तहत निजी भूमि पर 477 पेड़ काटने का मामला सामने आने के बाद से अमरीक सिंह नागपाल गायब था। जमीन की मालिक परविंद्र कौर व अमरीक सिंह नागपाल के बीच में जमीन की खरीद फरोख्त को लेकर करार हुआ था। जिसके तहत नागपाल ने अमरीक सिंह ने उसे 15 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। इसके बाद अमरीक सिंह के कहने पर सैकड़ों पेड़ काटे गए। जबकि परविंद्र कौर ने इनकार किया था कि उसकी इजाजत से पेड़ नहीं काटे गए।
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वन कटान में तीन डीएफओ पर गिरी गाज
हिमाचल प्रदेश के तीन स्थानों पर हुए अवैध वन कटान मामले में सोमवार को सरकार ने कड़े फैसले लेते हुए तीन अधिकारियों को हटा दिया। इन वन क्षेत्रों में तैनात तीन डीएफओ पर जंगल कटान की गाज गिरी है। इस मामले में विधानसभा के शीतकालीन सत्र व सदन के बाहर सरकारी की खूब किरकरी हुई थी। तारादेवी वन कटान मामले में सोमवार को प्रदेश सरकार ने निलंबित चल रही डीएफओ विनोद की जगह ललित कटोच को शिमला का डिएफओ नियुक्त किया है।
जिला चंबा के डीएफओ कृपा शंकर को बदलकर उन्हें वन्य प्राणी विंग में इसी पद पर तैनात किया गया है। उनकी जगह राकेश कुमार को चंबा का डीएफओ लगाया गया है। नालागढ़ में भी पेड़ कटान मामले में डीएफओ को बदला गया है यहां पर प्रीति भंडारी को डीएफओ नियुक्त किया गया है।