हिमाचल में बनाया जाए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा : मनकोटिया
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने हिमाचल, उत्तराखंड तथा जम्मू-कश्मीर के लेह-लद्दाख क्षेत्र के लिए अलग से प्राधिकरण गठित करने की आवश्यकता पर बल दिया है, ताकि इन क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को सुनियोजित ढंग से बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का भी आग्रह किया है। मेजर मनकोटिया वीरवार को नई दिल्ली में पर्यटन मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे तथा केंद्रीय पयर्टन एवं संस्कृति राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार)श्रीपाद नायक ने सम्मेलन की अध्यक्षता की।
मेजर मनकोटिया ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन क्षेत्र में विशेषकर इको पर्यटन, साहसिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बहुआयामी योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक सौंदर्य का अपार खजाना है, इसके दोहन से पर्यटन गतिविधियों को व्यापक बढ़ावा देने के लिए सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने प्रदेश में हवाई सेवाओं का नेटवर्क बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शिमला, भुंतर तथा कागड़ा हवाई पट्टी पर सुचारू रूप से हवाई सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं, इस कारण उच्चवर्गीय पर्यटक हिमाचल नहीं पहुंच पाते हैं। उन्होंने प्रदेश में वर्तमान हवाई पट्टियों को विकसित करने और यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाये जाने की माग उठाई।
प्रदेश में मौजूद धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर का उल्लेख करते हुए मेजर मनकोटिया ने राज्य के ताबो गोम्पा व कागड़ा के मसरूर मंदिर जैसे प्राचीन एवं पुरातत्व महत्व के स्मारकों के उचित रख-रखाव के लिए सर्वेक्षण करवाने का आग्रह किया। उन्होंने इन प्राचीन धरोहरों का भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा प्राथमिकता के आधार पर रख-रखाव किये जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को और बढ़ावा मिल सके। उन्होंने भारत सरकार के पर्यटन विभाग से जारी धनराशि के लिए उपयोगिता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने की अवधि को 36 महीने तक बढ़ाने का आग्रह किया।
सम्मेलन में पर्यटन विकास से सम्बन्धित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ने उपस्थित सभी विशिष्ठ व्यक्तियों को हिमाचल प्रदेश के भ्रमण का निमंत्रण दिया। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक एवं पर्यटन विभाग के निदेशक मोहन चौहान भी सम्मेलन में मौजूद रहे।