आज से 700 पटवार वृत्तों में ठप होगा कामकाज
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश के 700 पटवार वृत्तों बुधवार से सन्नाटा पसर जाएगा। अभी तक 400 पटवार वृत्तों में अतिरिक्त काम न करने के लिए पटवारियों ने तहसील मुख्यालय में चाबियां सौंपी थी। कु ल्लू, चंबा, किन्नौर, लाहुल स्पीति जैसे दूरदराज के क्षेत्रों मे मौसम के खलल के चलते यह संभव न हो पाया था। बुधवार को 300 पटवार वृत्तों का कामकाज ठप होगा। यहां अतिरिक्त काम नहीं किया जाएगा। इसके बाद आगामी रणनीति संयुक्त पटवारी कानूनगो संघ दो अगस्त को राज्य कार्यकारिणी की बैठक में तय क रने जा रहा है। शिमला या सोलन में यह बैठक होने जा रही है। संघ के साथ सभी जिलों के मिनिस्ट्रिीयल स्टाफ एसोसिएशन भी संघ के विरोध में साथ जुट गए है। राज्य में वर्तमान में 2650 के करीब पटवार वृत्त हैं। पटवारियों का कहना है कि सरकार के साथ शुक्रवार को सचिवालय में हुई बैठक में जो मांगें संघ की मानी गई हैं उसे जब तक लागू नहीं किया जाएगा तब तक चार्ज वापस नहीं लिया जाएगा।
संघ क ा कहना है कि अधिकतर मांगे पदोन्नति से संबधित है। दूसरी ओर सरकार ने भूसुधार पटवारी, कानूनगो, सहायक कार्यालय कानूनगो के करीब दो सौ पदों को खत्म कर दिए हैं। तहसील, सब-तहसील, सब डिवीजन स्तर पर भविष्य में इन पदों को खत्म किया जा रहा है। पांच जुलाई को सरक ार की ओर से जारी उपरोक्त पदों को खत्म करने वाली ऐसी अधिसूचना को सरकार ने वापस ले। संघ ने सरकार को 36 मांग सूत्रीय पत्र सौंपा है। मांग यह है कि कानूनगो से नायब तहसीलदार के पद पर पदोन्नति के लिए 100 फीसद कोटा हो। वर्तमान में कोटा प्रतिशतत्ता महज 60 फीसद है। पटवारी 35 साल नौकरी करके इसी पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। नायाब तहसीलदार से तहसीलदार की प्रमोशन के लिए चार साल की बजाय दो साल समय अवधि तय हो। संघ के पूर्व अध्यक्ष और अखिल भारतीय संघ के सदस्य बालकृष्ण वर्मा ने कहा है कि यदि सरकार मांगों को शीघ्र ही पूरा नही करती है तो आगामी रणनीति बनाई जाएगी।