पांच साल बाद मिलेगी, चार साल की डिग्री
संवाद सहयोगी, शिमला : कॉलेज ऑफ आयुर्वेदा फार्मासूटिकल साइंसिज जोगेंद्रनगर के विद्यार्थी बुधवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिले। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि बी फार्मा की जो डिग्री चार साल में मिलनी चाहिए थी, वही डिग्री को छात्रों को पांच साल बाद मिलेगी। इससे उनका एक बहुमूल्य साल बर्बाद हो गया है। नाम न छापने की शर्त पर विद्यार्थियों ने जोगेंद्रनगर में कॉलेज ऑफ आयुर्वेदा फार्मासूटिकल साइंसिज से निकला पहला बैच है, जिसे जून 2014 में डिग्री दी जानी थी, जबकि यही डिग्री अब 2015 में मिलेगी। इन छात्रों ने 2010 में कॉलेज में प्रवेश लिया था और जून 2014 में डिग्री पूरी होनी थी। इसके अलावा छात्रों ने बी फार्मा के तहत नए पद सृजित करने की भी मांग की है। छात्रों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि बी फार्मा की डिग्री दिसंबर में दिलाए जाने के आदेश जारी किए जाए, ताकि छात्रों का कीमती समय बच सके। बी फार्मा के छात्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस मामले पर जांच बिठाने का भरोसा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले पर प्रधान सचिव आयुर्वेदा, निदेशक आयुर्वेदा व विश्वविद्यालय के कुल सचिव से बात की जाएगी। 29 विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखी।