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बिना उपचार लौटे 100 से अधिक मरीज

संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर में शुक्रवार को उपचार करवाने आए करीब सौ से अध

By Edited By: Published: Sat, 15 Oct 2016 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 15 Oct 2016 01:00 AM (IST)
बिना उपचार लौटे 100 से अधिक मरीज

संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर में शुक्रवार को उपचार करवाने आए करीब सौ से अधिक मरीजों को बैरंग लौटना पड़ा। अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों का उपचार नहीं हो पाया। इससे उन्हें काफी परेशानी हुई। अस्पताल में तैनात कुल पांच चिकित्सकों में से वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी व आपातकालीन सेवा में तैनात दो चिकित्सक ही देर शाम तक मरीजों की जांच करते दिखे। इसके बावजूद कुछ मरीजों का इलाज नहीं हो पाया। अस्पताल में तैनात दो चिकित्सकों को परीक्षा के लिए भेजा गया था, जबकि एक चिकित्सक रात्रि कालीन सेवा के बाद अवकाश पर था।

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अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी व आपातकालीन ओपीडी को छोड़कर अन्य सभी ओपीडी को चिकित्सकों के न होने के कारण बंद रखना पड़ा। अस्पताल में चल रही चिकित्सकों की कमी के चलते मरीजों को लगातार निराश होकर लौटना पड़ रहा है। दोपहर 12 बजे तक करीब दो सौ ओपीडी अस्पताल में दर्ज हो चुकी थी। इनमें कुछ ही मरीजों का उपचार हो पाया तथा अन्य को बिना उपचार ही लौटना पड़ा।

अस्पताल में स्वीकृत 19 पदों में से 13 पद खाली हो चुके हैं। अस्पताल में शिशु विशेषज्ञ का तबादला करीब एक सप्ताह पहले कर दिया गया है। अस्थायी तौर पर सेवा दे रही महिला चिकित्सक को भी नागरिक अस्पताल से हटा दिया गया है। मौजूदा समय में कुल पांच चिकित्सकों पर ही क्षेत्र की करीब डेढ़ लाख आबादी के स्वास्थ्य जांचने का जिम्मा है। रोजाना की तरह शुक्रवार को भी अस्पताल में मरीजों का आना सुबह नौ बजे से ही शुरू हो गया था। ओपीडी के बाहर देर शाम तक मरीजों की लंबी कतारें लगी रहीं। बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। कई मरीजों को निजी अस्पतालों में उपचार करवाना पड़ा। अस्पताल में रोजाना 300 से अधिक ओपीडी दर्ज की जा रही है, लेकिन डॉक्टर न होने के कारण मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।

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अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के बारे में लगातार स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा रहा है, लेकिन चिकित्सकों की कमी को पूरा नहीं किया जा सका है। अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों को मरीजों का उपचार करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। शुक्रवार को भी मरीजों का उपचार अस्पताल में तैनात दो चिकित्सकों को ही करना पड़ा।

- जितेंद्र चौहान, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर।


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