टीसीपी कानून के तहत छोटे भवन भी हों नियमित
जागरण संवाददाता, मंडी : छोटी काशी मंडी में टीसीपी कानून के अनुसार न बने छोटे भवनों को नियमित किया जा
जागरण संवाददाता, मंडी : छोटी काशी मंडी में टीसीपी कानून के अनुसार न बने छोटे भवनों को नियमित किया जाए। मकान नियमितीकरण संघर्ष समिति मंडी की बैठक शुक्रवार को भूतनाथ मंदिर परिसर में हुई बैठक में यह मुद्दा उठा। बैठक में निर्णय लिया गया कि एक बार फिर से मकानों के नियमितीकरण के सिलसिले में सरकार को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाया जाए। संघर्ष समिति के अनुसार इस पुराने शहर के मकानों को नियमित करने के लिए इससे पहले भी अनेकों बार प्रस्ताव पारित करके सरकार को प्रेषित किए गए है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई धरातल पर नहीं आ सकी है। मंडी शहर के लोग बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो शरणार्थियों की तरह जीवन बसर करने को मजबूर है। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश सरकार इस समस्या के निदान के लिए सामने नहीं आ रही है। कई आश्वासनों के बावजूद सरकार की ओर से इन भवनों के नियमितीकरण को लेकर अभी तक कोई एकमुश्त नियमितीकरण की पालिसी सामने नहीं आ पाई है। दिसंबर 2014 में बनाए गए टीसीपी नियमों का फायदा बडे़ बिल्डरों को हो रहा है, जबकि 200 वर्ग मीटर से छोटे भूमि के प्लाट मालिकों और छोटे मकानों को इनसे कोई लाभ नहीं है। समिति का कहना है कि अनेकों बार आग्रह करने के बावजूद एक बार फिर से प्रदेश सरकार को इस समस्या के निराकरण के लिए आग्रह किया जा रहा है। समिति के मीडिया प्रभारी समीर कश्यप ने बताया कि निर्णय लिया गया है कि इस संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री, सांसदों व विधायकों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस अवसर पर समिति के संयोजक उत्तम चंद सैनी, अध्यक्ष अमर चंद वर्मा, महासचिव चंद्रमणी वर्मा, सलाहकार हितेंद्र शर्मा, हरमीत सिंह, प्रदीप परमार, लवण ठाकुर, जेएन शर्मा, बलवंत गुलेरिया, रमेश वालिया, केके महाजन, नरपत राणा, तिलकराज तथा मान सिंह मौजूद रहे।