टाउन वैंडिंग कमेटियों के संबंध में प्रदर्शन 29 को
जागरण संवाददाता, मंडी : पूंजीपतियों के दबाव में श्रम कानून में किए जा रहे फेरबदल पर श्रम संगठन सीटू
जागरण संवाददाता, मंडी : पूंजीपतियों के दबाव में श्रम कानून में किए जा रहे फेरबदल पर श्रम संगठन सीटू ने भौहे तरेर दी हैं। सार्वजनिक क्षेत्र में कोयला, रेलवे तथा रक्षा आदि सौदों में पूंजी निवेश को लेकर भी संगठन आगामी दिनों में विरोध प्रदर्शन करेगा। श्रम संगठन इस कार्य को अंजाम देने के लिए अन्य संगठनों को भी एक मंच पर लाएगा।
सीटू जिला कमेटी की बैठक रविवार को जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राज्य सरकार द्वारा ठेका व अंशकालीन आधार पर नौकरियां देने की नीति के खिलाफ भी आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया। मिड-डे मील वर्करों को भी न्यूनतम पांच हजार रुपये मानदेय देने तथा उन्हें 10 के 12 बारह माह का मानदेय देने व सभी छुट्टियां देने संबंधी सरकार से माग की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड के साथ पंजीकरण जिला श्रम अधिकारी मंडी द्वारा लगाई जा रही अनावश्यक आपत्तियों के कारण नहीं हो रहा है जिसके खिलाफ सीटू पूरे जिला में अभियान चलाएगी और जनवरी के अंतिम सप्ताह में जिलास्तरीय विरोध प्रदर्शन करेगी। रेहड़ी-फ ड़ी मजदूरों के लिए केंद्र सरकार द्वारा सितंबर 2013 में बनाए कानून के अनुरूप मंडी शहर व जिला के अन्य स्थानों में टाउन वैंडिंग कमेटियां गठित न करने के खिलाफ 29 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। मनरेगा मजदूरों को सौ दिन का काम न मिलने के खिलाफ पहली से 31 जनवरी तक 'मनरेगा में काम दो' अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत मजदूरों को संगठित भी किया जाएगा और काम न मिलने की स्थिति में फरवरी के प्रथम सप्ताह में सभी खंडों में प्रदर्शन होंगे।
बैठक में वरिष्ठ उपप्रधान परसराम, रविकात, जगदीश ठाकुर, इंदिरा ठाकुर, महासचिव राजेश शर्मा, सहसचिव नरेश कुमार, सुरेंद्र, सुमित्रा ठाकुर, राजकुमारी, गोपेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष गुरुदास वर्मा के अलावा राकेश राका, मालीराम, ओमप्रकाश, हिमेंद्री शर्मा, लज्जा देवी, छम्मा देवी, राजन, टेक सिंह, अशोक कुमार, सुंदर लाल, गुलाब सिंह, श्याम लाल, संतोष कुमार, डीडी ठाकुर, डीआर राणा, कृष्णा देवी इत्यादि ने भाग लिया।