हक के लिए डटे ग्रामीण बैंककर्मी
जागरण संवाददाता, मंडी : हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक कर्मचारी संघ व ऑफिसर्स आर्गेनाइजेशन का क्रमिक अनश
जागरण संवाददाता, मंडी : हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक कर्मचारी संघ व ऑफिसर्स आर्गेनाइजेशन का क्रमिक अनशन मंगलवार को 22वें दिन में प्रवेश कर गया। कर्मचारियों का आंदोलन लंबा खींचने से अब ग्राहकों की परेशानियां भी बढ़ना शुरू हो गई हैं। हड़ताल के कारण बैंक की शाखाओं में काम प्रभावित बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। संगठन के महासचिव महेंद्र सोनी ने कहा कि प्रायोजक बैंक भी पिछले कई साल से भारत सरकार के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है। सरकार केदिशा-निर्देशों केअनुसार समस्त क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को भी प्रायोजक बैंकों केसमान वेतन, भत्ते तथा अन्य सुविधाएं प्रदान की जानी हैं लेकिन अभी तक प्रायोजक बैंक भी संबधित ग्रामीण बैंकों के साथ अन्याय कर रहे हैं और एक समान सभी भत्ते तथा सुविधाएं प्रदान करवाने में पूर्ण रूप से असफल रहे हैं। बैंक प्रबंधन भी जिम्मेवारी से पीछे हट मांगों को मानने की बात मात्र प्रायोजक बैंक पर डाल रहा है जबकि बैंक निदेशक मंडल केपास वो समस्त शक्तियां प्रदान हैं जिसके तहत कर्मचारियों की अन्य भत्तों तथा सुविधाओं की माग को यथा शीघ्र मनवाया जा सकता है। बैंक में डीसीओ के अन्य जिलों में भी पद सृजित कर तुरंत पदोन्नति प्रक्रिया की जानी चाहिए और उसी आधार पर बैंक में रिक्त संदेशवाहकों के पदों पर बैंक में कार्यरत समस्त सफाई कर्मियों को नियमित किया जाना चाहिए। संगठन ने क्रमिक भूखहड़ताल को तब तक जारी रखने का फैसला लिया गया है जब तक समस्त मांगों पर कोई उचित कार्रवाई नहीं की जाती। मंगलवार को 22 वें दिन क्रमिक भूख हड़ताल पर सरल सिंह गुलेरिया, उत्तम चंद तथा तेज सिंह बैठे।